विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध

Vigyan Vardan ya Abhishap Essay In Hindi: विज्ञान का दिन प्रतीदिन विकास हो रहा है। विज्ञान की तरक्की ने मनुष्य के जीवन को प्रभावित किया है। आज का हमारा आर्टिकल जिसमें हम विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध के बारे मे बात करने वाले हैं। यह निबंध सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए मददगार है।

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विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध | Vigyan Vardan ya Abhishap Essay In Hindi

विज्ञान वरदान या अभिशाप हिंदी निबंध 500 words (science boon or curse essay 150 words).

दिन प्रतिदिन विज्ञान की टेक्नोलॉजी बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से मनुष्य को हजारों सुख सुविधाएं मिल रही है। लेकिन दूसरी तरफ विज्ञान की वजह से मनुष्य सभ्यता का नाश हो रहा है, जिसकी वजह से मनुष्य का जीवन विनाश की ओर जा रहा है और मनुष्य जाति को नाभिकीय यंत्रों से खतरा पैदा हो रहा है।

यदि हम विज्ञान के फायदे और नुकसान की बात करें तो जितने विज्ञान के फायदे मिलेंगे, उतने ही आपको नुकसान भी मिल जाएंगे। विज्ञान के द्वारा बनाए गए परमाणु बंब, जिसे मनुष्य शक्ति के तौर पर मानता है। लेकिन इसका दूसरी तरफ गलत उपयोग जापान के हिरोशिमा और नागासाकी जैसे उदाहरण के रूप में उभरता है।

विज्ञान के हजारों सुविधाएं और वरदान है। विज्ञान की वजह से ही यह हजारों सुख सुविधाएं संभव हुई है। मनुष्य को अंधकार से जीत दिलाने का काम विज्ञान का ही है। विज्ञान की वजह से ही विद्युत का आविष्कार हुआ है और हजारों उपकरण का आविष्कार हुआ है। विज्ञान ने ही इतनी सारी टेक्नोलॉजी को बढ़ाया है लेकिन दूसरी तरफ उन सभी का नुकसान भी है।

Vigyan Vardan ya Abhishap Essay In Hindi

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विज्ञान वरदान या अभिशाप हिंदी निबंध 200 words (Vigyan Vardan ya Abhishap Nibandh)

आज का युग विज्ञान का युग कहलाता है और विज्ञान के द्वारा दिन प्रतिदिन की जाने वाली टेक्नोलॉजी मनुष्य को और अधिक सुविधाजनक बना रही है। लेकिन इस सुविधा के साथ-साथ मनुष्य को कई प्रकार की समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है।

जिस विज्ञान की वजह से आज इतने मोटर और वाहन संपन्न हुए हैं, उनका सदुपयोग बहुत है। कई घंटों चलने पर व्यक्ति जहां पहुंचता था, वह आज के समय में मिनटों में पहुंच सकता है। लेकिन उन वाहनों की वजह से होने वाला प्रदूषण दिन प्रतिदिन मनुष्य के लिए खतरनाक साबित हो रहा है और मनुष्य को कई परेशानियां इसकी वजह से उठानी पड़ रही है।

पुराने इतिहास को यदि खंगाला जाए तो मनुष्य जानवरों की तरह रहता था। लेकिन आज की मनुष्य की लाइफ स्टाइल पूरी तरह से बदल गई है, इसके पीछे विज्ञान का ही हाथ है। विज्ञान दिन प्रतिदिन आधुनिक युग को बढ़ा रहा है। विज्ञान के कारण मनुष्य की पूरी जिंदगी बदल चुकी है।

पुराने जमाने में लोग एक जगह से दूसरी जगह अपने मन के विचार किसी के सामने व्यक्त करने के लिए खत और लेटर का प्रयोग करते थे, जिसे पहुंचने में 10 से 15 दिन लगते थे। लेकिन संचार के क्षेत्र में विज्ञान की तरक्की ने सबके हाथ में एक स्मार्टफोन पकड़ा दिया है, जिसके जरिए व्यक्ति अपनी बात एक सैकेंड में किसी दूसरे के सामने बयां कर सकता है और उसे फेस टू फेस वीडियो कॉल के जरिए देख भी सकता है।

लेकिन दूसरी तरफ ही संचार के साधन के विकास से आकाश में तरंगों की संख्या में वृद्धि हुई और इन तरंगों ने मधुमक्खी और पक्षियों के जीवन को खतरे में डाल दिया है।

Vigyan Vardan ya Abhishap Essay In Hindi

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध 250 शब्दों में (Science Boon or Bane Essay 250 Words)

आज के युग को विज्ञान का युग कहा जाता है। वर्तमान समय में वैज्ञानिक युग की वजह से मनुष्य का जीवन बहुत ही अधिक प्रभावित हुआ है। वैज्ञानिक युग की वजह से आज के समय में इतनी टेक्नोलॉजी और सुख सुविधाएं संपन्न हो पाई है। चाहे वह संचार के माध्यम में देखी जाए या यातायात के रूप में देखी जाए।

वर्तमान में विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली है कि हर प्रकार के निर्माण को संभव बना लिया है। आसमान में कई ऊंचाइयां और पाताल में हजारों किलोमीटर की गहराइयों को नापना संभव हो गया है।

इतिहास गवाह है, मनुष्य पहले जानवरों की तरह रहता था। लेकिन विज्ञान की वजह से मनुष्य का जीवन आज चकाचौंध से संपूर्ण है। विज्ञान की वजह से ही मनुष्य दिन प्रतिदिन आधुनिक युग में बढ़ रहा है। विज्ञान की वजह से मनुष्य का जीवन पूरी तरह से बदल गया है और इसी वजह से विज्ञान मनुष्य के लिए वरदान के रूप में सामने आया है।

लेकिन दूसरी तरफ विज्ञान के कुछ नुकसान भी है। जैसे विज्ञान के माध्यम से जो टेक्नोलॉजी बढ़ रही है। उस टेक्नोलॉजी से देश में प्रदूषण बढ़ रहा है। जो मनुष्य जीवन के लिए अभिशाप के रूप में सामने आया है। विज्ञान का अर्थ विशिष्ट ज्ञान होता है, जो हर विषय से संबंधित व्यवस्थित ज्ञान एकत्रित करके उस विषय के बारे में छानबीन का कार्य विज्ञान के माध्यम से किया जाता है।

मनुष्य का जीवन आज बेहद दुख के साथ गुजर रहा है, इसके पीछे विज्ञान का हाथ है। विज्ञान की वजह से ही आज मनुष्य सुखमय जीवन व्यतीत कर रहा है।

Vigyan Vardan ya Abhishap Essay In Hindi

विज्ञान वरदान या अभिशाप हिंदी निबंध 300 words (Vigyan Vardan ya Abhishap Par Nnibandh)

आज के समय में जिस टेक्नोलॉजी का उपयोग हम अपने दिनचर्या में मुख्य रूप से कर रहे हैं, उसके पीछे विज्ञान का ही हाथ है। विज्ञान के जरिए ही यह सारी टेक्नोलॉजी और संपूर्ण खोजें संभव हुई है।

विज्ञान क्या है?

विज्ञान का अर्थ विशिष्ट ज्ञान होता है। हर वस्तु और हर चीज के बारे में व्यवस्थित और विशेष प्रकार का ज्ञान ही विज्ञान कहलाता है।

दूसरे शब्दों में प्रकृति में उपस्थित भक्तों की क्रमबद्ध अध्ययन से प्राप्त ज्ञान को विज्ञान कहते हैं। विज्ञान के आधार पर वस्तु की प्रकृति और व्यवहार का पता लगाया जाता है और उसके गुणों की पहचान की जाती है।

विज्ञान की वजह से ही मनुष्य का विकास हुआ है। मनुष्य का पुराना जीवन बिल्कुल अलग था और विज्ञान की वजह से आज का मनुष्य का जीवन चकाचौंध से भरा हुआ है। हर सुख-सुविधा मनुष्य के पास है।

विज्ञान ने पूरे संसार को एक जगह से दूसरी जगह तक जोड़ दिया है। देश के हर कोने में विज्ञान के उपकरण आपको मिल जाएंगे, इससे यह साबित होता है कि विज्ञान ने अपने दम पर पूरे संसार को अपने काबू में ला दिया है।

विज्ञान के फायदे

  • मनुष्य को आधुनिक युग में लाने का मुख्य काम विज्ञान के द्वारा ही किया गया। विज्ञान की वजह से ही मनुष्य आज आधुनिक युग में जी रहा है।
  • विज्ञान की वजह से बिजली और बिजली पर चलने वाले सभी उपकरण का निर्माण संभव हुआ है।
  • विज्ञान की वजह से संचार के साधन का निर्माण हुआ, जिसकी वजह से आज व्यक्ति संसार के किसी भी कोने में बैठ व्यक्ति से 1 मिनट में बात कर सकता है और वीडियो कॉल के जरिए उसे देख भी सकता है।
  • कृषि के क्षेत्र में भी विज्ञान की वजह से ही आधुनिकीकरण देखने को मिल रहा है। पहले बेल से हल जोतने का काम किया जाता था और उसमें लंबा समय लगता था। ट्रैक्टर के विकास के जरिए इन सभी कार्यों को सरल बना दिया गया है। खेती के कार्य के लिए हजारों उपकरण का निर्माण हो चुका है, जो खेती को बिल्कुल आसान बना चुके हैं।

विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध (500 शब्द)

पूरे संसार को बदलने का काम विज्ञान ने किया है। पुराने जमाने में मनुष्य बहुत ही अलग तरीके से यानी कि पशुओं की तरह जीवन यापन करता था। जंगलों में रहता था और फल फ्रूट और मांस खाकर अपना जीवन यापन करता था लेकिन आज के समय में मनुष्य का लाइफस्टाइल विज्ञान ने पूरी तरह से बदल दिया है।

विज्ञान की वजह से मनुष्य की जिंदगी में चार चांद लग गए हैं। विज्ञान ने ही मनुष्य को इतना डिजिटल और आधुनिक बना दिया है। अब हम विज्ञान वरदान है या अभिशाप इसके बारे में हम आपको जानकारी देने का प्रयास करेंगे।

विज्ञान की खोज कब और किसने की?

विज्ञान की खोज एक रहस्यमई खोज के रूप में साबित हुई है। विज्ञान की खोज 16वी और 17वीं शताब्दी के मध्य शुरू हुई। 19वीं शताब्दी में पहली बार वैज्ञानिक शब्द का प्रयोग विलियम रोवेल द्वारा 1883 में किया गया। उसके पश्चात जो लोग प्रकृति पर जांच और रिसर्च करते थे, उन्हें प्राकृतिक दार्शनिक के नाम से पुकारा जाता था।

विज्ञान का जनक गैलीलियो गैलीली को कहा जाता है। विज्ञान शब्द की उत्पत्ति ज्ञान शब्द से हुई, जहां भी उपसर्ग लगाने से विज्ञान शब्द का निर्माण हुआ। विज्ञान का अर्थ विशिष्ट ज्ञान है।

विज्ञान के बारे

जब से विज्ञान की खोज हुई है तब से नई नई टेक्नॉलजी और नए-नए आविष्कार दिन प्रतिदिन देखने को मिल रहे हैं। विज्ञान के जरिए हर चीज को विशिष्ट और व्यवस्थित रूप से स्पष्ट किया जा रहा है, जिससे नई टेक्नोलॉजी के आविष्कार हो रहे हैं और नए उपकरण बन कर तैयार हो रहे हैं। विज्ञान ने ही आज तकलीफ मनुष्य को अंतरिक्ष तक पहुंचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

विज्ञान की विशेषताएं

  • विज्ञान की वजह से हजारों उपकरण बने हैं, जिनका उपयोग आज के समय हम अपने दिनचर्या में कर रहे हैं।
  • विज्ञान के कारण कृषि क्षेत्र में ट्रैक्टर, थ्रेसर, कंपाइन, हेकर ऐसी मशीनों का निर्माण हुआ है और इसी वजह से हम इनका प्रयोग करके कृषि कार्य को आसान बना रहे हैं।
  • वाशिंग, मशीन, फ्रिज, कूलर व आयरन जैसी मशीनों का प्रयोग हम सामान्य जीवन में कर रहे हैं। इनका निर्माण भी विज्ञान की वजह से ही हुआ है।
  • हेलीकॉप्टर और हवाई जहाज का निर्माण भी विज्ञान की वजह से हुआ है।
  • मोबाइल और स्मार्टफोन के साथ-साथ कंप्यूटर और लैपटॉप का निर्माण भी विज्ञान की वजह से ही हुआ है।
  • परमाणु बम जैसे आविष्कार भी विज्ञान की वजह से ही संभव हुए हैं।
  • जिन गाड़ियों पर बैठकर हम 10 मिनट में कहां से कहां पहुंच सकते हैं। इसका विकास भी विज्ञान की वजह से संभव हुआ है।
  • विज्ञान ने मनुष्य की जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया है।

विज्ञान के नुकसान और अभिशाप

आज के समय में जितने फायदे विज्ञान के द्वारा हमें मिल रहे हैं, उसके नुकसान भी हमें मिल रहे हैं। विज्ञान के अभिशाप कुछ इस प्रकार से है:

  • जन संचार साधन का प्रयोग करके हम दुनिया के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से बात कर रहे हैं। यही संचार के साधन से निकलने वाली तरंगें मधुमक्खियों और पक्षियों के जीवन को खतरे में डाल रही है।
  • वाहनों से निकलने वाला धुआं प्रदूषण बढा रहा है और प्रदूषण से ग्लोबल वार्मिंग जैसी समस्या पैदा हो रही है, जिससे मनुष्य का जीवन पूरी तरह से संकट में है।
  • यह विज्ञान जिसकी वजह से जो परमाणु बम का निर्माण हुआ है, उसका अगर गलत उपयोग हो गया तो मनुष्य जाति का विनाश हो जाएगा। इसका सीधा-साधा उदाहरण जापान के हिरोशिमा और नागासाकी है।

विज्ञान से हो रही तरक्की मनुष्य के जीवन को आगे बढ़ा रही है। लेकिन दूसरी तरफ इसके कई नुकसान भी है। अतः मनुष्य का जीवन विज्ञान ने जितना सुख और समृद्धि बनाया है। उतना ही मनुष्य के जीवन को विज्ञान ने संकट में डाला है।

इसीलिए कहा जाता है कि विज्ञान की वजह से जितना फायदा मिल रहा है। उतना आपको नुकसान भी हो रहा है। मानव प्रजाति के लिए विज्ञान वरदान के साथ-साथ अभिशाप भी है।

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध (1200 शब्द)

आज का युग विज्ञान का युग हैं। आज के वैज्ञानिक युग में मनुष्य के जिले में बहुत ही ज्यादा प्रभाव उत्पन्न की हैं। आज मनुष्य के जीवन में जितनी भी गतिविधियां हो रही हैं, वह सभी विज्ञान की वजह से ही संभव हैं। आज के समय में पुराने रहस्य को भी खोज ले गया हैं। वर्तमान में विज्ञान की वजह से आकाश की ऊंचाइयों से लेकर पाताल की गहराइयों को नापा जा सकता हैं।

मनुष्य ने जो भी प्रगति की हैं, उसका इतिहास साक्षी हैं। मानव कभी जानवर की तरह गुफाओं में अपने दिन व्यतीत करता था। कच्चा मांस खाता था और फल खाता था। पौधों की पत्तियों और  छालों को वस्त्र की तरह पहनता था।

धीरे-धीरे उसने आग जलाना सीखा और वह निरंतर आगे बढ़ता रहा और वर्तमान में बहुत ज्यादा आगे बढ़ गया हैं। विज्ञान की वजह से यह मनुष्य के जीवन बहुत ज्यादा बन गया हैं। वह आसमान की ऊंचाइयों को छू रहा हैं। विज्ञान वरदान या अभिशाप दोनों के रूप में प्रस्तुत हुआ हैं।

विज्ञान का अर्थ

विज्ञान का अर्थ होता हैं विशिष्ट ज्ञान। किसी विषय वस्तु के बारे में विशेष और व्यवस्थित ज्ञान विज्ञान हैं। जब किसी के पास विशेष ध्यान होता है तभी वह विशेष कार्य कर पाता हैं। विज्ञान शब्द और दर्शन का शास्त्र हैं। वर्तमान के जितने भी अविष्कार तथा खोजे है वह विज्ञान के कारण हैं।

हम देख सकते हैं कि हमारे आसपास की प्रत्येक वस्तु जिनका उपयोग हम करते हैं, वह सब विज्ञान का ही अविष्कार हैं। आज जिस मनुष्य के पास विज्ञान हैं, उसका जीवन सभ्य हैं। जिसके पास विज्ञान नहीं उसका जीवन निर्रथक हैं।

विज्ञान ने अपने बल पर पूरे संसार को एक परिवार बना दिया हैं। आज के समय मे कोई भी जगह ऐसी नहीं जहां विज्ञान के उपकरण मौजूद न हो।

विज्ञान के लाभ

आज मनुष्य के जीवन विज्ञान की वजह से ही सुखमय हो गया हैं। आज के समय में विज्ञान मनुष्य के जीवन से जुड़ गया हैं। विज्ञान के बिना मनुष्य अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकता हैं। विज्ञान ने मनुष्य के जीवन को सहज बनाने के लिए बहुत सारे आविष्कार किये हैं। जैसे खेती को सरल बनाने के लिए हैकर, ट्रेकटर, कम्पाईन जैसी मशीने घरेलू कामों को सरल बनाने के लिए प्रेस, फ्रिज, जैसी मशीनों का अविष्कार किया गया हैं।

आविष्कारो की वजह से ही आजकल मरने वालों की संख्या में कमी आ रही हैं। विभिन्न प्रकार की बीमारियों के हल खोज लिए गए हैं। आज के समय में दुश्मनों से अपने रक्षा करने के लिए बहुत सारे उपकरणों का निर्माण कर दिया गया हैं। आज के वैज्ञानिक युग में छोटी सी सुई से लेकर बड़े से बड़े अस्त्र-शस्त्र भी विज्ञान के वजह से ही बनाया जा सके हैं। इन सब का उपयोग हम प्रत्यक्ष या परोक्ष कर सकते हैं।

विज्ञान का प्रयोग

विज्ञान का प्रयोग वर्तमान में हर क्षेत्र में किए जा रहा हैं। आज कोई ऐसा क्षेत्र नहीं जहां पर विज्ञान का उपयोग नहीं किया जा रहा। मनुष्य के जीवन के हर क्षेत्र में विज्ञान एक वरदान की तरह साबित हुआ हैं।

संचार के क्षेत्र में

विज्ञान की वजह से ही टेलीविजन, रेडियो, फोन इत्यादि चीजों का आविष्कार किया जा सका हैं। विज्ञान ने संचार की सहायता से सबको एक परिवार के रूप में जोड़ दिया हैं। जहां एक स्थान से दूसरे स्थान पर बैठे व्यक्ति को हम आसानी से फोन के द्वारा देख सकते हैं।

एक दूसरे से बात कर सकते हैं। एक दूसरे को सामान आदि का आदान-प्रदान कर सकते हैं और यह सब विज्ञान की वजह से संभव हुआ हैं।

यातायात के क्षेत्र में

वर्तमान हम घर बैठे हुए ट्रेन, बस इत्यादि के टिकट आसानी से फोन पर बैठे बुक करवा सकते हैं। यह सब विज्ञान की वजह से ही संभव हो पाया हैं। विज्ञान की वजह से ही वर्तमान में इतने सारे यातायात संचार साधनों का भी निर्माण तथा विकास हो पाया हैं, जिसके कारण हम लंबी दूरी को कुछ ही पलों और घंटों में तय करके एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा सकते हैं। इससे समय तथा धन दोनों की बचत हुई हैं।

दैनिक जीवन में

विज्ञान की वजह से ही मनुष्य का दैनिक जीवन बहुत ही ज्यादा सरल हुआ हैं। वर्तमान में मनुष्य हर काम के लिए जो भी वस्तुओं का उपयोग करता हैं, वह सब विज्ञान के ही अविष्कार हैं। जैसे कि वाशिंग मशीन, फोन, प्रेस आदि का उपयोग करके मनुष्य अपने दैनिक जीवन के कार्य बहुत आसानी से और जल्दी कर सकता हैं।

औषधि के क्षेत्र में

जिस तरह से विज्ञान ने मनुष्य के जीवन के हर क्षेत्र में प्रगति की हैं, उसी तरह नई-नई बीमारियां भी उत्पन्न हुई हैं। वर्तमान में मनुष्य भयंकर संक्रामक रोगों से ग्रसित हैं। परंतु इन सब का भी इलाज संभव हैं, वह सिर्फ विज्ञान की वजह से।

औद्योगिक क्षेत्र में

औद्योगिक क्षेत्र में विज्ञान में बहुत ज्यादा विकास किया हैं। इसके कारण ही बड़ी-बड़ी मशीनों का आविष्कार किया जा सका हैं। उनके कारण ही उद्योग व कल कारखानों का विकास हुआ हैं। जिससे समय, धन आदि की बचत हुई हैं। लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ हैं। विज्ञान की वजह से ही कार्य आसानी और सरलता से किए जा सकते हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में

शिक्षा के क्षेत्र में भी विज्ञान का बहुत बड़ा योगदान हैं। इसके कारण कंप्यूटर, लैपटॉप जैसे उपकरणों का निर्माण हुआ हैं। जिससे हम शिक्षा से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं और आसानी से उस पर अपना कार्य कर सकते हैं।

विज्ञान की हानियां/अभिषाप

विज्ञान ने जहां हमें बहुत सारे लाभ प्रदान किये हैं। वहीं इससे बहुत ज्यादा हनिया भी हुई हैं। विज्ञान ने मनुष्य के जीवन को  जितना सरल बनाया हैं, उतना ही जटिल भी बनाए हैं। जैसे बंदूक, परमाणु बम, जहरीली गैस आदि के प्रयोग मनुष्य का जीवन दुश्वार हुआ हैं।

मनुष्य को अपने भविष्य के प्रति विज्ञान ने चिंतित कर दिया हैं। वर्तमान में विश्व की सभी शक्तियों ने आइटम बम आदि का निर्माण कर रखा हैं, जिससे कि हर वक्त भय का वातावरण बना रहता हैं। इनकी वजह से प्रदूषण बठा हैं।

प्राचीन समय में लोग अपना जीवन जिस प्रकार से व्यतीत कर रहे थे, उससे कई बेहतर जीवन वर्तमान समय में लोग अपना गुजार रहे हैं। विज्ञान की वजह से ही यह टेक्नोलॉजी और विकास संभव हुआ है। लेकिन इसका कई प्रकार के दुष्प्रभाव भी है। विज्ञान के माध्यम से बढ़ती टेक्नोलॉजी की वजह से कई बीमारियां और प्रदूषण भी बढ़ रहा है।

विज्ञान वरदान या अभिशाप दोनों हैं। विज्ञान का सही उपयोग किया जाता हैं तो इससे हमारे जीवन बहुत ही सरल बन सकता हैं और यदि इसका दुरुपयोग किया जाए तो हमारा जीवन दुश्वार हो सकता हैं और संपूर्ण विश्व पृथ्वी जगत को इससे खतरा उत्पन्न हो सकता हैं।

विज्ञान वरदान या अभिशाप हमारे द्वारा प्रयोग किए जाने पर निर्भर करता हैं। यदि हम उसका उचित उपयोग करेंगे तो ये हमारे लिए वरदान हैं। यदि हम उसका दुरुपयोग करेंगे तो हमारे अभिशाप बन जाएगा।

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध PDF

हमने यहाँ पर विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध को पीडीऍफ़ के रूप में उपलब्ध किया है, जिसे आप आसानी से डाउनलोड करके अपने प्रोजेक्ट आदि के रूप में प्रयोग में ले सकते है।

आज के आर्टिकल में हमने विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध (Vigyan Vardan ya Abhishap Essay In Hindi) के बारे में संपूर्ण जानकारी आप तक पहुंचाई है। हमें पूरी उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी।

  • विज्ञान के चमत्कार पर निबंध
  • विज्ञान का महत्व पर निबंध
  • सोशल मीडिया के फायदे और नुकसान पर निबंध

Rahul Singh Tanwar

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विज्ञान के चमत्कार पर निबंध: जानिए लाभ और विज्ञान के क्षेत्र में हुए बेहतरीन काम

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  • Updated on  
  • मई 16, 2023

विज्ञान के चमत्कार निबंध

आधुनिक युग को विज्ञान का युग कहना गलत नहीं होगा। आज के जमाने में प्रत्येक व्यक्ति विज्ञान पर बहुत अधिक निर्भर है, हर घटना के पीछे का कारण विज्ञान है, फिर चाहे वह चक्रवात हो, तूफान या वर्षा होना हो या फिर पानी का उबलना और जमना आदि। विज्ञान  केवल उपकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि पृथ्वी से ब्रह्मांड तक विज्ञान को देखा जा सकता है। आसान शब्दों में  विज्ञान के अभाव में व्यक्ति का जीवन कठिनाइयों से भर जाता है। विज्ञान एक ऐसा विषय है जिसकी सीमा तथा क्षेत्र दिनो-दिन बढ़ता जा रहा है। प्राकृतिक तथा किसी वस्तु या प्राणी का क्रमबद्ध ज्ञान, विज्ञान कहलाता है। हम सभी जानते हैं, पानी का उबलना एक प्राकृतिक घटना है, पर पानी सदैव 100 डिग्री पर उबलता है तथा 0 डिग्री पर जमता है यह विज्ञान है। विज्ञान के चमत्कार निबंध लिखने से पहले हम ये जान लेते हैं कि विज्ञान क्या है?

This Blog Includes:

विज्ञान क्या है, विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (150 शब्द), विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (400 शब्द), विज्ञान के चमत्कार पर निबंध : शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार , चिकित्सा क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार, मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार, शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार, कृषि के क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार, गर्मी से राहत मे विज्ञान के चमत्कार, विज्ञान के चमत्कार पर निबंध: फ्रिज और वाशिंग मशीन , अंतरिक्ष और चांद पर फतेह, परमाणु शक्ति की खोज, विज्ञान के चमत्कार के लाभ क्या हैं  , विज्ञान के चमत्कार की हानियां जानिए.

विज्ञान के बिना मनुष्य जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। आधुनिक युग में विज्ञान के क्षेत्र में होने वाले नये-नये आविष्कारों ने पूरे विश्व में क्रांति ला दी है। विज्ञान की सहायता से मानव प्रकृति और अंतरिक्ष दोनों पर विजय प्राप्त करता जा रहा है। आज से कुछ वर्ष पूर्व विज्ञान का आविष्कार पर चर्चा मात्र से ही लोग आश्चर्यचकित हो जाते थे,किंतु आज वही आविष्कार मनुष्य के दैनिक जीवन के अंग बन गए हैं। प्राचीन समय में मानव प्रकृति की प्रत्येक वस्तु को कोतुहल भरी नज़रों से देखता था व उन्हें आश्चर्यजनक मानता था और उनसे भयभीत होकर ईश्वर से प्रार्थना करता था परंतु आज विज्ञान ने प्रकृति को वश में कर उसे मानव के अधीन कर दिया है तो आइये अब जानते है विज्ञान क्या है-

विज्ञान का अर्थ है विशेष ज्ञान। हम प्रकृति में उपस्थित विभिन्न वस्तुओं की प्रकृति और उनके व्यवहार ,गुण आदि के बारे में अध्ययन करते हैं उसी को ही विज्ञान कहते है। वस्तुओं के गुणों का क्रमबद्ध तरीके से अध्ययन किया जाता है और तथ्य इकट्ठे किए जाते हैं इन तथ्यों के आधार पर ही वस्तु के गुण और प्रकृति का पता लगाया जाता है।

अत: विज्ञान की परिभाषा हम  निम्न प्रकार से दे सकते हैं–

“प्रकृति में उपस्थित सभी वस्तुओं के क्रमबद्ध अध्ययन से ज्ञान प्राप्त करने और उस के आधार पर वस्तु की प्रकृति और व्यवहार जैसे गुणों का पता लगाने को ही विज्ञान कहते है।”

  • विज्ञान की कई शाखाएं होती है।
  • जैसे भौतिक विज्ञान , जीव विज्ञान , रसायन विज्ञान इत्यादि।

यह विज्ञान का ही चमत्कार है जिसने हमें आदिमानव से मानव का जीवन दिया है। आज हम एक बेहतर जीवन जी रहे हैं सिर्फ विज्ञान के आविष्कारों के कारण। विज्ञान ने हमारे जीवन को सच में बदल कर रख दिया है।

आज बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज सिर्फ विज्ञान की बदौलत ही हुआ है। मोबाइल और कंप्यूटर ने आज पूरी दुनिया को छोटा कर दिया है। यातायात के साधनों से आज हमें कुछ क्षणों में ही एक जगह से दूसरी जगह जा सकते हैं। हवाई जहाज से आज हम हवा में उड़ सकते हैं। बिजली से चलने वाले उपकरणों ने हमारा जीवन आरामदायक बनाया है। यह सब विज्ञान का चमत्कार नहीं तो और क्या है।

विज्ञान का ही चमत्कार है कि आज हम मंगल और चंद्रमा की धरती पर भी पहुंच गए हैं। विज्ञान के यही चमत्कार हमें भविष्य में भी देखने को मिलते रहेंगे। भविष्य में ऐसी खोजें होंगी जो पूरे मानव जीवन को ही बदल कर रख देंगी।

“मानवता साइंस के लिए एक वरदान की तरह है, इसे बिलकुल नष्ट नहीं किया जाना चाहिए। पहले जैसे-जैसे दुनिया पाषाण युग से आगे बढ़ रही थी, साइंस ने वर्तमान युग की सुविधाओं को और बढ़िया बना दिया। यह हमारे जीवन को और आसान बनता है और साइंस के चमत्कारों पर विचार करने के लिए हमें प्रेरित करते हैं।

विज्ञान के अनेक ऐसे चमत्कारी अविष्कार, जो हमारे जीवन को आसान और सुखद बनाते हैं। नीचे जानते हैं इसके बारे में-

विज्ञान के बहुमूल्य अविष्कार

  • साइंस ने प्लास्टिक के अनेक ऐसे क्राफ्ट टूल्स उपलब्ध कराए हैं जिसका उपयोग हम दैनिक जीवन में करते हैं।
  • मोटरसायकिल, कार, सायकिल, बस आदि जैसे कुछ इन्वेंशन हुए हैं, यह ऐसे कुछ असीम साधनों ने जीवन को और आसान बना दिया है।
  • एन्टीबायोटिक्स, इंजेक्शन तथा इसी तरह के अनेक औषधी साइंस ने मुमकिन किए हैं।
  • खाना बनाने जैसे शानदार अविष्कार जैसे किचन में उपयोग होने वाले माइक्रोवेव, गैस, स्टोव, इन्डेक्सन चुल्हा साइंस की देन हैं।
  • स्वच्छता में भी कई बढ़िया इन्वेंशन हुए हैं जैसे वैक्युम क्लीनर तथा अन्य ऐसे कई छोटे-बड़े टूल्स जिन्होंने जीवन को आसान बना दिया है।
  • इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे AC, कूलर, TV, मोबाइल ने जीवन को और भी बढ़िया बना दिया है। यह भी काफी महत्वपूर्ण आविष्कार हैं।

विज्ञान के कुछ क्रांतिकारी अविष्कार

  • टायर– 3500 BC पहले पहिए का अविष्कार हुआ था, जिसने परिवहन को एक नया महत्व दे दिया था।
  • प्रिंटिंग प्रेस– जर्मनी में सन् 1440 में जॉन गुटरबर्ग ने प्रिटिंग प्रेस का इन्वेंशन किया था, जिसने पुस्तकों के अन्य कॉपी तेजी से छापे जिससे ज्ञान का विस्तार व्यापक रूप में हुआ।
  • टेलीफोन– 1876 में एलेक्जेडर ग्राहिम बेल ने टेलीफोन का अविष्कार किया था, जिसने टेलीकम्यूनिकेशन के माध्यम से अनेक काम आसान कर दिए।
  • मोबाइल– 1973 में अमेरिकी विज्ञानिक मार्टिन कूपर ने अपनी टीम के साथ मिल कर मोबाइल फोन बनाया था और इसका वजन 2 किलो ग्राम था। यह आगे चल कर टेलीकम्यूनिकेशन का सबसे बेहतर माध्यम भी बनकर सामने आया था।
  • बाइक– सन् 1885 में गोटलिब डेमलयर और विल्हेम मेबैक ने मोटरसाइकिल बनाया। जिसने यातायात के साधन के रूप में क्रांति फैलाया।
  • बल्ब– 1879 में अमेरिकी अविष्कारक थॉमस अल्वा एडिसन ने विश्व को भेंट के रूप में बल्ब दिया था।
  • इंटरनेट– 1969 में टीम बर्नर्स ली ने इंटरनेट का अविस्कार किया था, जिन्हें इंटरनेट का जनक कहा जाता है। इंटरनेट संचार का सबसे गतिमान माध्यम माना जाता है, तथा यह मानव के लिए एक नायाब तौहफा है।

साइंस ने मनुष्य के जीवन को काफी आसान और आरामदायक बनाया है। साइंस एक तरह से मानव जाति के लिए वरदान साबित हुआ है। जिसमें मुख्य रूप से मोबाइल, इंटरनेट, बल्ब, लाइट, सायकिल, लैपटॉप महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। साइंस के बिना जीवन की कल्पना भी अधूरी है।

आज का युग विज्ञान का युग है सभी जगह विज्ञान के चमत्कार दिखाई पड़ते है। आज उपलब्ध सभी सुख सुविधाएं विज्ञान की ही देन है।विज्ञान के कारण ही हमारी जरूरत की सभी सुख सुविधाएं की उपलब्ध है। बिजली और उनसे चलने वाले विभिन्न प्रकार सभी  उपकरण विज्ञान की देन है।

आज विज्ञान हमारी प्रगति और विकास का आधार बन चुका है। विज्ञान के बिना हम जीवन व्यतीत करने के बारे सोच भी नहीं सकते है। आज पूरा विश्व हमारी पहुंच के अंदर है बस सोचने की देर है।पृथ्वी को नाप कर, समुद्र को लांघ कर इंसान ने आकाश की ऊंचाइयों को हासिल किया है। कुछ दशकों में विज्ञान में इतने परिवर्तन हुए जो पिछले 2000 सालों में संभव नहीं हो पाए। आज विज्ञान ने हमें उन उपलब्धियों पर पहुंचा दिया है जिनके बारे मे कल्पना करना भी एक समय असंभव सा लगता था। एक समय था  जिन चीजों को हम कल्पना मात्र समझते थे आज वह आम सी हो गई है। यह सभी चीजें विज्ञान के द्वारा ही संभव हो पाई है।

शिक्षा के क्षेत्र में भी विज्ञान ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। विभिन्न तरह के टेलीप्रिंटर, प्रिंटिंग मशीन, कंप्यूटर, मोबाइल फोन जैसे आधुनिक मशीन की खोज विज्ञान ने की है। इन सभी उपकरणों की वजह से शिक्षा जगत को बहुत लाभ पहुंचा है। इसके साथ ही आज हम एक जगह बैठे-बैठे विश्व के किसी भी कोने में विज्ञान के चमत्कार पर निबंध द्वारा निर्मित उपकरणों की सहायता से विश्व दर्शन, दोस्त बना सकते हैं और वीडियो कॉल भी कर सकते हैं।

विज्ञान के चमत्कार पर निबंध: अन्य क्षेत्रों में विज्ञान के चमत्कार

नीचे अन्य क्षेत्रों में विज्ञान के चमत्कार पर निबंध दिए गए हैं-

विज्ञान ने चिकित्सा क्षेत्र में बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है। एक्स रे मशीन से लेकर कई मशीनो का उपयोग मरीज़ो के इलाज के लिए किया जाता है। आज अगर हमे अच्छा इलाज़ प्राप्त हो रहा है, तो यह विज्ञान के चमत्कार पर निबंध के कारण हुआ है।

गंभीर बीमारियां जैसे कैंसर, टिटनेस, ह्रदय रोग, मधुमेह ( डायबिटीज) इत्यादि का इलाज़ भी आज विज्ञान के चमत्कार पर निबंध द्वारा संभव हो पाया है। विज्ञान ने कई घातक रोगों को दूर करने के लिए अच्छी दवाओं का आविष्कार किया है। विभिन्न प्रकार की सर्जरी जिनके द्वारा मनुष्य अपना चेहरा भी बदल सकता है, नयी आंखें लगा सकता है, ऑर्गंस ट्रांसप्लांट किए जा सकते हैं। यह सभी विज्ञान के चमत्कार पर निबंध द्वारा ही संभव हो पाया है। 

बात चाहे पुराने ढंग से मनोरंजन की हो या नए से, लोगों ने उसे अपनाया है। पहले ऐन्टेना वाले टीवी से लोग टीवी पर फिल्म या सीरियल देखते थे, वहीं अब स्मार्ट टीवी से लोग यह कर लेते हैं। मनोरंजन वही रहा है लेकिन उसके तौर बदल गए हैं।

मनोरंजन के लिए टेलीविज़न यानी दूरदर्शन विज्ञान की अद्भुत देन रही है। टेलीविज़न के जरिए हम हर प्रकार के कार्यक्रम देख सकते हैं। टीवी धारावाहिक, रोज़ाना हर भाषा में खबरें, लाइव क्रिकेट मैचेस से लेकर सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम विभिन्न चैनल्स पर देख सकते है। बच्चों के लिए कार्टून के चैनल्स उपलब्ध है। देश और दुनिया के सारे समाचार कुछ ही मिनटों में टीवी पर प्रसारित किए जाते हैं। टीवी एक अनोखा मनोरंजन प्रदान करने वाला साधन है।

इसके साथ ही रेडियो भी एक अनोखा संचार माध्यम है। रेडियो पर हम विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम सुन सकते हैं। समाचार से लेकर विभिन्न भाषा के गानो का आनंद हम रेडियो द्वारा ले सकते हैं। आजकल लोग बेहतर पिक्चर गुणवत्ता पाने के लिए अपने बजट अनुसार LED टीवी खरीदते और इनमे भी ऐसी टेक्नोलॉजी विकसित हो गयी है जिसके द्वारा हम TV को फोन से भी चला सकते हैं।

विज्ञान ने हमे टेप रिकॉर्डर, वीडियो, वीसीआर, फोटो कैमरा, डिजिटल कैमरा,वीडियो गेम, कंप्यूटर, LED, LCD इत्यादि मनोरंजन के रोचक साधन प्रदान किए हैं। विज्ञान ने मनुष्य को अधिक सुविधा और आनंद प्रदान किया है।

एजुकेशन के फील्ड विज्ञान का बहुत बड़ा किरदार है, चाहे कोरोना से पहले की बात हो या बाद की, शिक्षा कभी रुकी नहीं है, बस इसके तरीकों में थोड़ा अंतर आया है। दुनिया लैपटॉप, मोबाइल, कंप्यूटर और इंटरनेट की सहायता से घर पर ही स्कूली या कॉलेज की कक्षा ले सकते हैं। इंटरनेट के मीडियम से वीडियो कॉल के जरिए छात्र अपनी ऑनलाइन शिक्षा बिना रुके प्राप्त कर सकते हैं। वहीं मोबाइल के एक क्लिक से ही दुनिया के किसी कोने से ऐसा कर सकते हैं।

विज्ञान ने कृषि क्षेत्र में अहम भूमिका निभाई है इससे मिट्टी की उर्वरता का विकास हुआ है। नए और आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके कृषक खेती कर रहे है। विज्ञान ने उन्नत बीजों की खोज की है। ट्रैक्टर, विभिन्न प्रकार के सिंचाई मशीन इत्यादि उपकरणों की खोज करके, फसलों को बेहतर बनाने की कोशिश की गयी है। इससे किसानों को लाभ हुआ है। आजकल तो बाजारों में लैब मे बने बीज भी उपलब्ध है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने डेयरी व्यापार को विकसित करने में काफी योगदान दिया है।

विज्ञान ने अनेक प्रकार के उपकरण दिए हैं, जिससे हम घर और दफ्तर में बैठकर आराम से कार्य कर सकते हैं। एक बार बटन दबाया और पंखे की ठंडी हवा हमे गर्मी से राहत दिलाती है।

आजकल शहरों में गर्मी से राहत पाने के उद्देश्य से वातानुकूलित यंत्र यानी एयर कंडीशनर का उपयोग लोग अपने घरों और दफ्तरों में कर रहे हैं। आज विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली है कि निजी गाड़ियों में लोग एयर कंडीशनर का इस्तेमाल कर रहे हैं और साथ ही आज तो विज्ञान ने ऐसा आविस्कर किया है जिसकी सहायता से आप बैठे-बैठे अपने लाइट, पानी, मोबाइल रिचार्ज, केबल रिचार्ज और भी कई प्रकार के कार्य आराम से एक जगह बैठकर कर सकते हैं। 

फ्रिज विज्ञान की अनोखी देन है। हम ताज़ा व्यंजन और फल इत्यादि खा सकते हैं। हमे गर्मी में सबसे अधिक फ्रिज की ज़रूरत होती है। हम अपने खाने को ताज़ा रखने और ठंडा पानी पीने के लिए फ्रिज का उपयोग करते है।

आजकल लोगो को कपड़े अपने हाथो से धोने की आवश्यकता नहीं है। विज्ञान ने वाशिंग मशीन जैसे यन्त्र का निर्माण किया है, जिसकी मदद से कुछ ही समय में कपड़े ना केवल साफ़ धुलते है, बल्कि आधे सूखा भी दिए जाते हैं।आजकल तो डिजिटल वाशिंग मशीन भी मार्केट में उपलब्ध है जिसमे आपको पानी डालने की भी जरूरत नहीं होती ये मशीन इस तरह से डिजाइन की गई है कि यह ऑटोमेटिकली सब काम कर लेती है।

मनुष्य विज्ञान के चमत्कारों के कारण चांद तक तो पहले ही पहुंच चुके हैं लेकिन अभी वर्तमान समय में विज्ञान के चमत्कार पर निबंध मे मंगल ग्रह पर भी पहुंच गया है। अंतरिक्ष के सभी पहलुओं को समझने के लिए देश और दुनिया में स्पेस रिसर्च सेंटर बनाए गए हैं। रॉकेट और सैटेलाइट जो अंतरिक्ष में जाकर चक्कर लगाते हैं और वैज्ञानिको को नयी जानकारी प्रदान करते हैं।

एस्ट्रोनॉट अंतरिक्ष में जाने के लिए प्रशिक्षण लेते है और विज्ञान का गहन अध्ययन करते हैं। अब मनुष्य सिर्फ पृथ्वी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि चांद पर भी अपना हक़ जमा लिया है। अब मनुष्य मंगल ग्रह पर जीवन की तलाश में हैं ताकि वहाँ भी मनुष्य जीवन बसाया जा सके। 

विज्ञान ने परमाणु शक्ति की भी खोज की है। मशीनगन, टैंक, बम इत्यादि संहार करने के उपकरण हैं। युद्ध के क्षेत्र में इसका उपयोग किया जाता है। बमवर्षक विमानों की उपलब्धि इत्यादि अन्य प्रकार की युद्ध सामग्रियां विज्ञान की विनाशकारी उपलब्धि मानी जाती है। आजकल अत्याधुनिक तकनीकों से निर्मित वायुयान जोकि युद्ध में इस्तेमाल किए जाते हैं वे भी विज्ञान की ही देन है। विज्ञान अगर गलत इरादों वाले लोगो के हाथ लग जाए तो पृथ्वी नष्ट हो सकती है। विज्ञान जैसी शक्ति का इस्तेमाल समझदारी और सही तरीके के साथ किया जाना चाहिए।

मनुष्य ने अपनी आवश्यकताओं के लिए जो नए-नए आविष्कार किए हैं, वे सब विज्ञान की ही देन है। आज का युग विज्ञान का युग है। विज्ञान के अनगिनत आविष्कारों के कारण मनुष्य का जीवन पहले से अधिक आरामदायक हो गया है। सिक्के के दो पहलुओं की ही भांति विज्ञान के इन आविष्कारों के लाभ-हानि दोनों होते हैं। आज हम उन्हीं चमत्कारों के लाभ के बारे में चर्चा करेंगे-

  • मोबाइल, इंटरनेट, ईमेल्स, मोबाइल पर 3G और इंटरनेट के माध्यम से फेसबुक, ट्विटर ने तो वाकई मनुष्य की ज़िन्दगी को बदलकर ही रख दिया है। जितनी जल्दी वह सोच सकता है लगभग उतनी ही देर में जिस व्यक्ति को चाहे मैसेज भेज सकता है, उससे बातें कर सकता है। चाहे वह दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हो।
  • इसके साथ ही विज्ञान ने अपने आप में तरक्की की है। एक जमाने था जब इंटरनेट लोगो की पहुंच से दूर था लेकिन अब ये हर व्यक्ति तक पहुंच गया है। 
  • मोबाइल फोन मे भी विज्ञान ने बहुत तरक्की की है अभी उपस्थित मोबाइल फोन इस कदर विकसित हो चुके हैं कि सारा काम बैठे-बैठे फोन से बस एक क्लिक द्वारा हो जाता है। 
  • यातायात के साधनों से आज यात्रा करना अधिक सुविधाजनक हो गया है। आज महीनों की यात्रा दिनों में तथा दिनों की यात्रा चंद घंटों में पूरी हो जाती है। आज के समय में तो ट्रेनें भी डिजिटल हो गई हैं। 
  • चिकित्सा के क्षेत्र में भी विज्ञान ने हमारे लिए बहुत सुविधाएं जुटाई हैं। आज कई असाध्य बीमारियों का इलाज मामूली गोलियों से हो जाता है। कैंसर और एड्स जैसे बीमारियों के लिए डॉक्टर और चिकित्सा विशेषज्ञ लगातार प्रयासरत हैं। नई-नई कोशिकाओं के निर्माण में भी सफलता प्राप्त कर ली गई है।
  • एक ओर परमाणु ऊर्जा जहां बिजली उत्पन्न करने के काम में लाई जा सकती है। वहीं इससे बनने वाले परमाणु हथियार मानव के लिए अत्यंत विनाशकारी हैं।
  • अत: मनुष्य को अपनी आवश्यकता और सुविधानुसार मानवता की भलाई के लिए इसका लाभ उठाना चाहिए न कि दुरुपयोग कर उनके अविष्कारों पर सवाल खड़े करने चाहिए।

विज्ञान के चमत्कारों से हमेशा लाभ नहीं होता, कभी-कभी कुछ चमत्कार नुकसान भी पहुंचाते हैं। तो आइए जानते हैं विज्ञान के चमत्कारों ने नुक्सान के बारे में-

  • साइंस ने इतनी तरक्की करली है कि आजकल खाना पकाने के लिए भी लाइट का इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन इस आविष्कार के फायदे के साथ नुकसान भी है। एक साइंस मैगजीन के अनुसार माइक्रोवेव, इंडक्शन तथा चूल्हे मे बने खाने से उसका एक महत्वपूर्ण तत्व एंटी ऑक्सीडेंट्स नष्ट हो जाता है।
  •  किसी फल या सब्जी में मौजूद ये पदार्थ शरीर की कोशिकाओं को विभिन्न तरह के रसायनों के प्रतिकूल प्रभाव से बचाते हैं, उन्हें सक्रिय और ऊर्जावान बनाते हैं और उनकी ऑक्सीजन लेने की क्षमता भी बढ़ाते हैं। खाना बनाने के पारंपरिक तरीके में, जिसमें कड़ाही या देग में खाना धीरे-धीरे पकता है, ये तत्व काफी हद तक सुरक्षित रहते हैं।
  •  इसी तरह से यह भी देखा कि यदि आप सब्जियां काट कर या पकाने के बाद उन्हें फ्रिज में रखते हैं, तो इस प्रक्रिया में भी ज्यादा पोषक तत्व नष्ट होते हैं, जबकि साबुत सब्जी रखने में ये काफी हद तक सुरक्षित बच सकते हैं। 
  •  विज्ञान या मशीन की मदद से मनुष्य ने कई काम आसान बना लिए हैं, लेकिन इन तमाम उपकरणों से कोई एक चीज बचती है और किसी दूसरी का नुकसान हो जाता है। 
  • मशीनी चक्की के आटे से उसकी गर्मी के कारण अनेक तत्व जल जाते हैं, मिल से कुटे चावल में वैसी मिठास नहीं होती, मिक्सी में बनाई गई चटनी कभी सिल-बट्टे वाली चटनी का मुकाबला नहीं कर पाती। 
  • वही एयर कंडीशनर शरीर के भीतर मौजूद मौसम का मुकाबला करने की ताकत घटाते हैं। पंखा और हीटर डीहाइड्रेट करते हैं। 
  • इसके अलावा टेक्नोलॉजी के बढ़ते विकास ने मनुष्य को आलसी बना दिया है। अब कोई भी व्यक्ति मेहनत नही करना चाहता जिससे उनकी शारीरिक और मानसिक विकास ठीक तरह से नही हो पाता है।

विज्ञान हमारे आस-पास दिखाई देने वाली हर एक चीज की रीढ़ है, यह उपकरण, गैजेट्स, मशीनरी, कारें और बहुत कुछ है। यह इतनी तेजी से विकसित हुआ है कि प्रत्येक मनुष्य अब विज्ञान और उसके आविष्कारों पर निर्भर है।

विज्ञान की वजह से मनुष्य ने इतनी तरक्की कर ली है कि आज संसाधन के साधनों में, शिक्षा, मनोरंजन, चिकित्सा के क्षेत्र में, हर कार्य में विज्ञान के संसाधनों की वजह से मनुष्य बहुत एडवांस हो गया है, इसलिए विज्ञान एक वरदान के रूप में मनुष्य के जीवन में आया है।

विज्ञान ने हेलीकॉप्टर, हवाई जहाज जैसे यंत्रों का आविष्कार करके मनुष्य के सुख को चर्म सीमा तक पहुँचा दिया है। विज्ञान ने मनुष्य के मनोरंजन के अनेक साधन प्रदान किये हैं। विज्ञान ने टेलीविजन, रेडियो, फोन, ग्रामोफोन, सिनेमा का आविष्कार करके मनुष्य के जीवन को बहुत ही रोचक बनाया है।

स्टीफन हॉकिंग जैसे वैज्ञानिकों के अनुसार गैलीलियो आधुनिक विज्ञान के जनक माने जाते हैं।

आशा है कि इस ब्लॉग से आपको विज्ञान के चमत्कार निबंध के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे और अन्य तरह के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए बने रहें Leverage Edu के साथ।

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बड़े ही रोचक रूप में लिखा गया है। मैं भी आपसे प्रेरित होकर अच्छा और आकर्षक आर्टिकल लिखूँगी। आपने बहुत अच्छे शब्दो का उपयोग किया है।

हमारे लेखन को सराहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

Hallo mam Mam muje विज्ञान के लाभ और हानियां par nibnd likna ha Kam sa Kam 20 pages Kya Mari help Kar sakte ha

आदर्श जी, आपका आभार। आप इंटरनेट के माध्यम से विज्ञान के लाभ और हानियां पर कंटेंट खोज सकते हैं।

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Home » Essay Hindi » विज्ञान का महत्व पर निबंध | Essay On Science In Hindi

विज्ञान का महत्व पर निबंध | Essay On Science In Hindi

इस लेख Long Essay On Science In Hindi Language में विज्ञान का महत्व पर निबंध और विज्ञान अभिशाप या वरदान को बताया गया है। विज्ञान वर्तमान में हमे अपने आगोश में समेटे हुए है। भविष्य की बुनियाद भी विज्ञान पर ही टिकी हुई है। विज्ञान को बदलने का हुनर वैज्ञानिकों में है। पिछले 100 सालों में मनुष्य जीवन में काफी बदलाव आए है।

नित नए आविष्कारों के चलते हमारी जीवनशैली बदली है। अगर हमारे जीवन में विज्ञान की मौजूदगी देखे तो यह हर जगह है। आज का युग विज्ञान का युग है। मानव की धरती पर प्रथम मौजूदगी से लेकर आज तक विज्ञान ने मानव जीवन मे कई परिवर्तन किए है।

आदिमानव की जीवनशैली और आधुनिक मानव की जीवनशैली में रात दिन का अंतर है। यह विज्ञान ने ही सम्भव किया है। जिस चीज का हम उपयोग करते है उसमें विज्ञान है। विज्ञान का महत्व पर निबंध ( Essay Importance Of Science In Hindi Language For Class 6, 7, 8, 9, 10 ) विद्यार्थीओ के लिए बेहद उपयोगी है।

विज्ञान का महत्व पर निबंध – Essay On Science In Hindi

विज्ञान (Science) ने दुनिया के हर क्षेत्र में अपने पैर पसारे है। चाहे वो चिकित्सा का क्षेत्र हो या फिर अंतरिक्ष का क्षेत्र हो, विज्ञान हर जगह है। पुराने समय मे अगर कोई यह कहता कि इंसान ऊंचे आकाश में उड़ेगा, तो उसे हंसी का पात्र बनाकर मूर्ख कह दिया जाता था। परन्तु विज्ञान ने यह सम्भव कर दिखाया और हम आज हवाई जहाज को उड़ते हुए देखते है।

विज्ञान अपने आप उत्पन्न नही हुआ है। मनुष्य ने जरूरत के मुताबिक विज्ञान को सम्भव किया है। विज्ञान के पीछे एक क्रमिक विकास है। मनुष्य को जिस चीज की जरूरत हुई जो उसके कार्य को आसान बना दे। उसका आविष्कार और खोज मनुष्य ने की है। कहा जा सकता है की विज्ञान की खोज मनुष्य ने की है।

हम हमारे आसपास जो भी उपकरण देखते है वो सब विज्ञान की देन है। जिस मोबाइल से आप यह ब्लॉग आर्टिकल पढ़ रहे है वो भी विज्ञान का एक आविष्कार है। वैज्ञानिकों ने मानव जीवन को आधुनिक बनाने के लिए कई आविष्कार किये है। कुछ आविष्कारों ने मनुष्य जीवन में अच्छा बदलाव किया तो कुछ ने विध्वंसक परिणाम दिए है। हवाई जहाज, टेलीविजन, मोबाईल जैसे विज्ञान के चमत्कारों ने मनुष्य जीवन पर अच्छा प्रभाव डाला है।

  • यह भी पढ़े – टेलीविजन का आविष्कार किसने किया?

परमाणु बम भी एक वैज्ञानिक आविष्कार ही है लेकिन यह मानवता को धरती से समाप्त कर सकता है। हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिका ने एटम बम गिराए थे जिससे जापान के दोनों शहर तबाह हो गए थे। इस तरह से हम कह सकते है कि विज्ञान वरदान और अभिशाप दोनों ही है।

विज्ञान का महत्व (Importance Of Science In Hindi)

विज्ञान Science के क्षेत्र में पिछले 100 सालों से काफी तरक्की हुई है। वैज्ञानिकों ने कई महत्वपूर्ण आविष्कार किये है जिनसे दैनिक जीवन में क्रांति आयी है। विज्ञान ने हमारे कई अंधविश्वासों को दूर किया है और कई सच्चाइयों को हमारे सामने लाया है।

1. संचार में विज्ञान का महत्व

पुराने जमाने में लोग आपस में बात करने के लिए पत्र लिखा करते थे। इन पत्रों को कबूतर के द्वारा भेजा जाता था। इसके बाद डाकिये ने हमारा यह कार्य किया। विज्ञान की तरक्की के साथ कम्युनिकेशन में भी आधुनिकता आयी। टेलीफोन के विकास के साथ ही लोगो को सन्देश पहुंचाना आसान हो गया। उसके बाद आये मोबाइल फोन ने तो क्रांति ला दी। कही से भी कभी भी किसी से भी बात करने का आसान जरिया हो गया।

रेडियो का आविष्कार भी विज्ञान का चमत्कार ही था। दुनिया में कही पर कुछ भी घटित होता है तो वह हमें न्यूज़ चैनल्स और इंटरनेट के माध्यम से मालूम पढ़ जाता है। पहले के जमाने में खबरे काफी मुश्किल से पहुंचा करती थी। आज हम दूर बैठे किसी को भी लाइव देख सकते है। क्रिकेट मैच का लाइव प्रसारण इसका एक उदाहरण है।

2. इंटरनेट और कंप्यूटर में विज्ञान

कंप्यूटर भी विज्ञान की एक बड़ी उपलब्धि है। कंप्यूटर ने कई कामो को आसान बना दिया है। किसी भी तरह का डॉक्यूमेंट बनाना हो, एक्सेल शीट बनानी हो या फिर प्रेजेंटेशन बनाना हो, कंप्यूटर के माध्यम से सब आसान है। इंटरनेट का आविष्कार भी विज्ञान की एक बहुत बड़ी क्रांति है। इंटरनेट के माध्यम से सन्देश को ईमेल के माध्यम से, व्हाट्सएप के जरिये या किसी भी चैट सेवा के जरिये भेजना और भी आसान हो गया है। वीडियो कॉलिंग के जरिये फेस टू फेस बात करना भी बहुत आसान है।

3. चिकित्सा में विज्ञान का महत्व

चिकित्सा के क्षेत्र में हुए आविष्कारों ने इस क्षेत्र में क्रांति लाने का कार्य किया है। कई प्रकार के रोगों को खत्म करने के लिए विज्ञान में काफी खोजे की गई और नई प्रकार की कारगर दवाइयां बनाई गई। पेनिसिलिन का आविष्कार इस क्षेत्र में पहला कदम था। यह एक एंटीबायोटिक औषधि थी। अंग प्रत्यारोपण का कार्य विज्ञान ने सम्भव कर दिखाया है।

एक्स रे , ईसीजी, एमआरआई जैसी जांच विज्ञान से सम्भव हुई है। कैंसर जैसे गम्भीर रोगों में शल्य चिकित्सा विज्ञान के द्वारा ही सम्भव हो पाई है। प्लेग, हैजा जैसी महामारियों से लाखों लोग मारे जाते थे लेकिन मेडिकल क्षेत्र में की गई खोजो से इनका इलाज संभव हो पाया है। विज्ञान की मदद से इन्सान ने वर्ष 1978 में लुइस जॉय ब्राउन नामक टेस्ट ट्यूब बेबी को जन्म दिया।

4. पुराने समय में किसी भी प्रोडक्ट को बनाने में समय और मेहनत ज्यादा लगती थी लेकिन आज कम समय और मेहनत में उसी कार्य को आसानी से मशीनों की सहायता से किया जा सकता है। उद्योगों में मशीनरी का प्रयोग विज्ञान की वजह से ही सम्भव हो पाया है।

5. वर्तमान में सभी विद्युत उपकरण विद्युत की मदद से वर्क करते है। बेंजामिन फ्रेंकलिन ने विद्युत की खोज की थी। इसकी खोज के बाद विज्ञान में नए आयाम स्थापित हुए थे। इलेक्ट्रिसिटी को विज्ञान का चमत्कार भी कहे तो कम नही है। चाहे टेलीविजन हो या फैन हो बिना विद्युत के इनका कोई कार्य नही है।

6. पुराने समय में लोग रोशनी के लिए दिये और लालटेन का उपयोग करते थे। थॉमस एडिसन ने बल्ब का आविष्कार किया था जिसने रात को रोशनी से ढक दिया गया। बर्फ जमाने के लिए रेफ्रिजरेटर, कपड़े धोने के लिए वॉशिंग मशीन, मनोरंजन के लिए टीवी, गर्मी से बचने के लिए कूलर जैसे उपकरणों ने घरेलू कार्यो को आसान कर दिया है। पहले खाना बनाने के लिए चूल्हा जलाया जाता था। आज के समय में गैस की सहायता से खाना बनाया जाता है।

7. पुराने समय में लोग आवाजाही के लिए ऊंट गाड़ी, बैल गाड़ी, घोड़ा गाड़ी का इस्तेमाल किया करते थे। इसके बाद साइकिल का आविष्कार हुआ जिससे यात्रा करना और आसान हो गया। इंजन लगाकर कार का आविष्कार किया गया। इससे दो जगहों के बीच में दूरियां सिमट गई। रेलगाड़ी का आविष्कार भी इस क्षेत्र में विज्ञान का बहुत बड़ा कदम था।

पहले यात्रा करने में कई दिन और महीने लग जाते थे। आज कुछ घण्टो और दिनों में किसी भी जगह पहुंचा जा सकता है। हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर के आविष्कार ने विज्ञान के क्षेत्र में क्रांति का काम किया। एक देश से दूसरे देश कुछ घण्टो में पहुंचना मुमकिन हुआ।

विज्ञान एक वरदान पर निबंध – Long Essay On Science In Hindi Language

1. आज के समय में विज्ञान ने अथाह उन्नति कर ली है। मनुष्य मंगल ग्रह पर जाने का प्लान कर रहा है। ब्रह्मांड के बारे में जानना आसान हो गया है। वर्ष 1969 की 20 जुलाई के दिन मनुष्य ने चांद की धरती पर कदम रखा था। विज्ञान की बदौलत ही ऐसे यान का आविष्कार हो सका जो चांद पर जा सके।

2. धरती गोल है, यह उत्तर विज्ञान से ही सम्भव हो पाया है। कोपरनिकस ने धरती गोल है कि पहेली को सुलझाया था। गणित की वजह से ही अंतरिक्ष से सम्बंधित गणनाएं करना आसान हुआ है। विज्ञान ने ब्रह्मांड के कई रहस्यों की परते खोली है। विज्ञान के बदौलत ही मनुष्य ब्रह्मांड में पृथ्वी जैसे ग्रहों की खोज कर रहा है जिससे भविष्य में मनुष्य को वहां बसाया जा सके।

10. रोबोट का आविष्कार भी विज्ञान का एक बड़ा चमत्कार है। उद्योगों में काम आने वाली मशीनरी एक तरह से रोबोट ही है। इससे प्रोडक्ट उत्पादन में तेजी आई है।

11. बढ़ती आबादी की वजह से खाद्यान्न की समस्या होती है। परम्परागत तरीके से की जाने वाली खेती से जनसंख्या के अनुरूप खाद्यान्न उत्पादन नही हो पाता है। वैज्ञानिक तरीके से कृषि करने से खाद्यान्न के उत्पादन में बढ़ौतरी हुई है।

12. विज्ञान Science की खोजो और आविष्कारों ने पृथ्वी के बारे में कई रहस्यों को खोला है। मनुष्य विज्ञान की मदद से महासागर की तह में जा चुका है। समुद्री जीवन के बारे में जानकारी और कई नई प्रजातियों की खोज विज्ञान के द्वारा की गई है।

धरती पर शुरुआती जीवन की खोज हो या फिर पेड़ पौधों के विकास का इतिहास हो, धरती पर डायनासोर की उत्पत्ति और पतन का रहस्य विज्ञान ने ही उजागर किया है। विज्ञान ने हमे पृथ्वी का इतिहास बताया है।

विज्ञान एक अभिशाप – Essay On Science In Hindi

वर्तमान में दुनिया के कई देशों के बीच महाशक्ति बनने की प्रतिस्पर्धा चल रही है। इस हौड़ में मनुष्य इतना अंधा हो चुका है कि उसे विज्ञान के खतरे नही दिख रहे है। मनुष्य विज्ञान की मदद से परमाणु बम और हाइड्रोजन बम बना रहा है। अल्बर्ट आइंस्टीन के दिये ऊर्जा नियम से धरती को खत्म करने के हथियार बना  लिए गए है। जिनका भयानक अंजाम जापान में दुनिया देख चुकी है।

1. प्राचीन समय में तलवारों और तीरों से युद्ध लड़े जाते थे लेकिन आज बारूद, टैंकों, मिसाइलों, बन्दूकों ने यह स्थान ले लिया है। युद्ध के कारण लाखों लोग मारे जाते है।

2. विज्ञान ने आधुनिकता दी है और मनुष्य ने आधुनिकता की दौड़ में बेतहाशा प्राकृतिक संसाधनों का उपभोग किया है। पैट्रोल और कोयला ( Coal ) जैसे संसाधन सीमित है और इन्हें एक दिन खत्म होना ही है।

3. मनुष्य आवाजाही के लिए पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों का इस्तेमाल करता है। इससे प्रदूषण फैलता है। धरती का तापमान बढ़ने से ग्लोबल वार्मिंग की समस्या उतपन्न हो गयी है।

4. विज्ञान का इस्तेमाल करने से प्रकति को काफी नुकसान पहुँचा है। बढ़ते वाहन, उद्योगों से निकला प्रदूषण, लगातार होता खनन जैसे कई कारण है जो वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण पैदा करते है।

विज्ञान Science वरदान है या अभिशाप, यह आप पर ही निर्भर करता है। विज्ञान के चमत्कारों का आप किस तरीके से इस्तेमाल करते है और कैसे आप सहयोग करते है। मनुष्य जीवन की कल्पना विज्ञान के बिना करना सम्भव नही है।

विज्ञान का महत्व पर निबंध ( Essay On Science In Hindi ) में विज्ञान एक वरदान या अभिशाप और महत्व की जानकारी आपको कैसी लगी? विज्ञान के बारे में निबंध “ Essay Importance Of Science In Hindi Language For Class 6, 7, 8, 9, 10″  पर आपके विचारो का कमेंट सेक्शन में स्वागत है। यह पोस्ट “Importance Of Science In Hindi” अच्छी लगी हो तो इसे शेयर भी करे।

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विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निबंध (Essay Science And Technology in Hindi) 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे

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Essay Science And Technology in Hindi –   विज्ञान और प्रौद्योगिकी इस समय की परम आवश्यकता है जो जीवन के प्रति मानव के समग्र दृष्टिकोण को बदल दे। सदियों से, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए आविष्कार हुए हैं जो आधुनिकीकरण में मदद करते हैं। लोगों से जुड़ने से लेकर डिजिटल उत्पादों का उपयोग करने तक, हर चीज में विज्ञान और प्रौद्योगिकी शामिल है। दूसरे शब्दों में, इसने जीवन को आसान और सरल बना दिया है। इसके अलावा, मनुष्य को अब एक साधारण जीवन जीना है। तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा भविष्य के लिए कुछ नया खोजने के लिए आधुनिक उपकरणों की खोज की गई है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने अब चिकित्सा, शिक्षा, विनिर्माण और अन्य क्षेत्रों में अपने पंख फैला लिए हैं। इसके अलावा, वे केवल शहरों तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि शैक्षिक उद्देश्यों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी हैं। हर दिन नई तकनीकें आती रहती हैं, जिससे जीवन आसान और अधिक आरामदायक हो जाता है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी निबंध 10 लाइन्स  (Science and Technology Essay 10 Lines in Hindi) 

  • 1) विज्ञान चीजों का विधिपूर्वक अध्ययन है, और प्रौद्योगिकी परिणाम है।
  • 2) विज्ञान और तकनीक ने हमारे जीवन को हर तरह से बेहतर बनाया है।
  • 3) वे आज लोगों की जरूरतों और चाहतों को पूरा करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
  • 4) विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने जीवन को सरल, सुगम और त्वरित बना दिया है।
  • 5) हर देश के आधुनिकीकरण के हर हिस्से में इसका इस्तेमाल हुआ है।
  • 6) शिक्षा में, विज्ञान और प्रौद्योगिकी बहुत महत्वपूर्ण हैं।
  • 7) खेती के क्षेत्र में विज्ञान ने भी बहुत मदद की है।
  • 8) कई बीमारियाँ जो पहले लोगों को मारती थीं अब ठीक हो सकती हैं।
  • 9) तकनीक के साथ, हम कुछ ही घंटों में दुनिया के दूसरी तरफ पहुंच सकते हैं।
  • 10) विज्ञान और प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग विनाशकारी सिद्ध हो सकता है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निबंध 100 शब्द (Essay on Science and Technology 100 words in Hindi) 

कई क्षेत्रों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की प्रगति ने लोगों के जीवन को प्राचीन काल की तुलना में अधिक उन्नत बना दिया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उन्नति एक ओर लोगों के जीने के तरीके को प्रत्यक्ष और सकारात्मक रूप से प्रभावित कर रही है; हालाँकि, यह दूसरी ओर अप्रत्यक्ष और नकारात्मक रूप से लोगों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर रहा है। ऐसी आधुनिक दुनिया में एक देश के मजबूत और दूसरों की तुलना में अधिक विकसित होने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नए आविष्कार आवश्यक हैं। इस प्रतिस्पर्धी दुनिया में, हमें आगे बढ़ने और जीवन में सफल व्यक्ति बनने के लिए और अधिक तकनीक की आवश्यकता है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निबंध 150 शब्द (Essay on Science and Technology 150 words in Hindi) 

मानव या देश का विकास कई तरह से प्रौद्योगिकी के उचित विकास और विकास से जुड़ा हुआ है। तकनीकी प्रगति तब होती है जब अत्यधिक कुशल और पेशेवर वैज्ञानिकों द्वारा विज्ञान में नए आविष्कार होते हैं। हम कह सकते हैं कि प्रौद्योगिकी, विज्ञान और विकास समान अनुपात में हैं। किसी भी राष्ट्र के लोगों के लिए अन्य देशों के लोगों के साथ-साथ चलने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विकास आवश्यक है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी का विकास तथ्यों के विश्लेषण और उचित समझ पर निर्भर करता है। प्रौद्योगिकी का विकास सही दिशा में विभिन्न वैज्ञानिक ज्ञान के अनुप्रयोग के तरीके पर निर्भर करता है।

अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और किसी भी राष्ट्र के लोगों की बेहतरी के लिए अद्यतन ज्ञान, प्रौद्योगिकी, विज्ञान और इंजीनियरिंग मूलभूत आवश्यकताएं हैं। एक राष्ट्र पिछड़ा हो सकता है, और एक विकसित देश होने की संभावना विज्ञान और प्रौद्योगिकी के अभाव में न्यूनतम हो जाती है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निबंध 200 शब्द (Essay on Science and Technology 200 words in Hindi) 

एक मजबूत राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी आवश्यक हैं। सकल घरेलू उत्पाद विकास अर्थव्यवस्था को तकनीकी रूप से आगे बढ़ने में मदद करता है। वे उच्च तकनीक उद्योगों के विकास को प्रोत्साहित करते हैं, उत्पादकता को बढ़ावा देते हैं, पूंजी का निर्माण करते हैं और स्वस्थ वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देते हैं। कृषि उद्योग पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी का वास्तविक प्रभाव है। यह बिना कहे चला जाता है कि उनकी सगाई से फसल की पैदावार में वृद्धि हुई है। इसके अलावा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी शारीरिक श्रम को कम करने के लिए नए तरीकों और उपकरणों को लागू करने में किसानों की सहायता कर रहे हैं।

चिकित्सा, शैक्षिक, आर्थिक, खेल, रोजगार, पर्यटन और अन्य क्षेत्र विज्ञान और प्रौद्योगिकी के उदाहरण हैं। ये सभी विकास दर्शाते हैं कि दोनों हमारे जीवन के लिए कितने समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। प्राचीन दुनिया और आधुनिक दुनिया की जीवन शैली में सीधे अंतर करके, हम अपने जीवन के तरीके में अंतर देख सकते हैं। चिकित्सा में उच्च स्तर के वैज्ञानिक और तकनीकी विकास ने पहले की तुलना में कई बीमारियों का इलाज करना आसान बना दिया है। यह दवाओं और ऑपरेशन के माध्यम से विभिन्न बीमारियों के इलाज में चिकित्सा पेशेवरों द्वारा कुशल उपचार में सहायता करता है और कैंसर, एड्स, मधुमेह, अल्जाइमर, पक्षाघात आदि जैसी बीमारियों के अनुसंधान में सहायता करता है।

हर दिन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति लोगों को एक दूसरे के करीब लाती है। परिवहन और दूरसंचार विभाग में, हम स्पष्ट विकास देखते हैं। भौतिक दूरी अब इंटरनेट और मेट्रो नेटवर्क के लिए एक बाधा नहीं है। हमारे जीवन के हर पहलू को उनकी वजह से एक आभासी बदलाव मिला है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निबंध 250 शब्द (Essay on Science and Technology 250 words in Hindi) 

विज्ञान और प्रौद्योगिकी के मामले में हमारा देश भारत तेजी से विकास कर रहा है। देश को सही तरीके से बढ़ने और विकसित करने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी को साथ-साथ चलना चाहिए। वैज्ञानिक खोजों और आधुनिक तकनीकों से हर किसी का जीवन बहुत प्रभावित होता है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी अब ऐसी चीजें हैं जिनके बारे में लोग ज्यादातर बात करते हैं।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लाभ

किसी देश को मजबूत और अच्छी तरह से विकसित होने के लिए, उसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी में नए विचारों के साथ आने की जरूरत है। विज्ञान लोगों के लिए चीजों को आसान बना रहा है। सामाजिक और सांस्कृतिक स्तर पर हम बढ़े हैं। मलेरिया और तपेदिक, जो मार सकते हैं, का अब सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है। कंप्यूटर और इंटरनेट ने हमारे दिन-प्रतिदिन के जीवन को कट्टर और बेहतर बना दिया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति के कारण दुनिया तेजी से बदल रही है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी के नुकसान

विज्ञान और तकनीक की मदद से लोगों ने ऐसे हथियार बना लिए हैं जो इतने बड़े और खतरनाक हैं कि कभी भी लोगों को चोट पहुंचा सकते हैं। विज्ञान के अलावा लोग तकनीक का भी गलत इस्तेमाल करते हैं। टेलीविजन, सेल फोन और इंटरनेट सभी मौज-मस्ती करने के बेहतरीन तरीके हैं, लेकिन उनमें कुछ बुरी चीजें भी हैं। प्रदूषण एक और चीज है जिसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने लाया है। जैसे-जैसे विज्ञान और तकनीक बेहतर होती गई है, वैसे-वैसे लोग कम सक्रिय होते गए हैं।

विज्ञान और तकनीक ने हमें चीजों को इतना उन्नत बनाने में मदद की है कि उनके बारे में सोचा भी नहीं जा सकता है। भले ही विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने हमें बहुत कुछ दिया है, हमें उन पर बहुत अधिक निर्भर नहीं होना चाहिए। अगर हम इसका सही इस्तेमाल करते हैं, तो यह लोगों के जीवन को परिपूर्ण बना देगा, इसलिए हमें इस बारे में स्मार्ट होना चाहिए कि हम इसका इस्तेमाल कैसे करते हैं। हम किस तरफ रहना चाहते हैं यह हम पर निर्भर है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निबंध 300 शब्द (Essay on Science and Technology 300 words in Hindi)  

सिंधु घाटी सभ्यता के समय से लोगों के जीवन में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का प्रभाव बहुत पुराना है। आग और पहिए के बारे में पता चलने पर यह लगभग पहला आविष्कार था। इन दोनों आविष्कारों को आधुनिक समय के सभी तकनीकी नवाचारों की जननी माना जाता है। आग के आविष्कार से सबसे पहले लोगों ने ऊर्जा की शक्ति के बारे में जाना। तब से लोगों की जिज्ञासा बढ़ी है, और वे जीवन को आसान और सरल बनाने के लिए विभिन्न उपायों पर शोध करने के लिए कठिन प्रयास करने लगे हैं।

भारत प्राचीन काल से ही विश्व का सर्वाधिक प्रसिद्ध देश रहा है; हालाँकि, ब्रिटिश शासन के तहत इसकी गुलामी के बाद, इसने अपनी पहचान और ताकत खो दी। 1947 में आजादी मिलने के बाद इसे फिर से भीड़ में अपनी खोई हुई पहचान मिलनी शुरू हो गई थी। यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी है जिसने भारत को पूरी दुनिया में वास्तविक पहचान दिलाने में मदद की है। विज्ञान और तकनीकी उन्नति में नए आविष्कारों के माध्यम से भारत अत्यधिक विकास करने वाला देश बन गया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकियां आधुनिक लोगों की जरूरतों और आवश्यकताओं को पूरा करने में एक बड़ी भूमिका निभाती हैं।

तकनीकी प्रगति के कुछ उदाहरण रेलवे प्रणाली, मेट्रो प्रणाली, रेलवे आरक्षण प्रणाली, इंटरनेट, सुपर कंप्यूटर, मोबाइल, स्मार्टफोन, लगभग हर क्षेत्र में लोगों के लिए ऑनलाइन पहुंच आदि की स्थापना कर रहे हैं। भारत सरकार अंतरिक्ष संगठनों और कई के लिए अधिक अवसर पैदा कर रही है। देश में बेहतर तकनीकी विकास और विकास के लिए शैक्षणिक संस्थान (इंडियन एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ साइंस)। भारत के कुछ प्रसिद्ध वैज्ञानिक जिन्होंने भारत में तकनीकी प्रगति को संभव बनाया है (विभिन्न क्षेत्रों में उनके उल्लेखनीय वैज्ञानिक अनुसंधान के माध्यम से) सर जेसी बोस, एसएन बोस, सीवी रमन, डॉ. होमी जे. भाभा, श्रीनिवास रामानुजन, के पिता हैं। भारत के परमाणु शक्ति, डॉ. हर गोविंद सिंह खुराना, विक्रम साराभाई, आदि।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निबंध 500 शब्द (Essay on Science and Technology 500 words in Hindi)  

विज्ञान और प्रौद्योगिकी हमारे दैनिक जीवन के महत्वपूर्ण अंग हैं। हम अपनी अलार्म घड़ियों की घंटी से सुबह उठते हैं और रात को अपनी लाइट बंद करके बिस्तर पर चले जाते हैं। ये सभी विलासिताएं जो हम वहन करने में सक्षम हैं, विज्ञान और प्रौद्योगिकी का परिणाम हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम यह सब कम समय में कैसे कर सकते हैं, यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी की उन्नति के कारण ही है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बिना अब हमारे जीवन की कल्पना करना कठिन है। वास्तव में हमारा अस्तित्व ही अब इस पर निर्भर करता है। हर दिन नई तकनीकें आ रही हैं जो मानव जीवन को आसान और अधिक आरामदायक बना रही हैं। इस प्रकार, हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी के युग में रहते हैं।

अनिवार्य रूप से, विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने हमें आधुनिक सभ्यता की स्थापना के लिए पेश किया है। यह विकास हमारे दैनिक जीवन के लगभग हर पहलू में बहुत योगदान देता है। इसलिए, लोगों को इन परिणामों का आनंद लेने का मौका मिलता है, जो हमारे जीवन को और अधिक आराम और आनंदमय बनाते हैं।

अगर हम इसके बारे में सोचें तो विज्ञान और प्रौद्योगिकी के कई फायदे हैं। इनमें छोटी से लेकर बड़ी तक शामिल हैं। उदाहरण के लिए, सुबह का अखबार जिसे हम पढ़ते हैं जो हमें विश्वसनीय जानकारी प्रदान करता है वह वैज्ञानिक प्रगति का परिणाम है। इसके अलावा, बिजली के उपकरण जिनके बिना रेफ्रिजरेटर, एसी, माइक्रोवेव और अन्य जैसे जीवन की कल्पना करना कठिन है, तकनीकी प्रगति का परिणाम हैं।

इसके अलावा, यदि हम परिवहन परिदृश्य को देखें, तो हम देखते हैं कि कैसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी यहाँ भी एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। उन्नत प्रौद्योगिकी के कारण हम घंटों के भीतर जल्दी से पृथ्वी के दूसरे हिस्से तक पहुँच सकते हैं।

इसके अलावा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने मनुष्य को हमारे ग्रह से आगे देखने में सक्षम बनाया है। नए ग्रहों की खोज और अंतरिक्ष में उपग्रहों की स्थापना इसी विज्ञान और प्रौद्योगिकी के कारण है। इसी तरह, विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने भी चिकित्सा और कृषि क्षेत्रों पर प्रभाव डाला है। रोगों के लिए खोजे जा रहे विभिन्न उपचारों ने विज्ञान के माध्यम से लाखों लोगों की जान बचाई है। इसके अलावा, प्रौद्योगिकी ने किसानों को बड़े पैमाने पर लाभान्वित करने वाली विभिन्न फसलों के उत्पादन में वृद्धि की है।

भारत और विज्ञान और प्रौद्योगिकी

ब्रिटिश शासन के बाद से ही भारत की चर्चा पूरी दुनिया में होती रही है। स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद, यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी ही है जिसने भारत को समय के साथ आगे बढ़ने में मदद की। अब, यह पूरी दुनिया में रचनात्मक और मूलभूत वैज्ञानिक विकास का एक अनिवार्य स्रोत बन गया है। दूसरे शब्दों में, हमारे देश की सभी अविश्वसनीय वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति ने भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ाया है।

इसके बाद, विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने गणित, खगोल भौतिकी, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, परमाणु ऊर्जा और अन्य सहित विभिन्न क्षेत्रों को आगे बढ़ाने में सहायता की है। इन विकासों के कुछ बेहतरीन उदाहरण हैं रेलवे प्रणाली, स्मार्टफोन, मेट्रो प्रणाली, और बहुत कुछ।

सबसे हालिया उपलब्धि को देखते हुए, भारत ने चंद्रयान 2 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। भारत के इस चंद्र अन्वेषण ने दुनिया भर से आलोचनात्मक प्रशंसा अर्जित की है। एक बार फिर यह उपलब्धि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के कारण संभव हो पाई है।

अंत में, हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने मानव सभ्यता को जीवन जीने में पूर्णता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया है। हालाँकि, हमें हर चीज़ का बुद्धिमानी से और सीमित सीमा तक उपयोग करना चाहिए। विज्ञान और प्रौद्योगिकी का दुरुपयोग हानिकारक परिणाम उत्पन्न कर सकता है। इसलिए, हमें उपयोग की निगरानी करनी चाहिए और अपने कार्यों में समझदार होना चाहिए।

 विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q.1 क्या विज्ञान और प्रौद्योगिकी एक ही हैं.

उत्तर. विज्ञान अवलोकन और प्रयोग के माध्यम से ज्ञान प्राप्त करने और कौशल में सुधार करने का एक व्यवस्थित तरीका है। दूसरी ओर, प्रौद्योगिकी विज्ञान का व्यावहारिक अनुप्रयोग है जो जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करता है।

Q.2 विज्ञान की पहली खोज क्या थी?

उत्तर. पहिए और अग्नि को विज्ञान की पहली खोज माना जाता है।

Q.3 सबसे नवीन देश कौन सा है?

उत्तर. स्विट्जरलैंड दुनिया का सबसे इनोवेटिव देश है।

Q.4 भारत में कुछ नवीनतम तकनीकें कौन सी हैं?

उत्तर. IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स), रोबोट, ब्लॉकचेन, AR (संवर्धित वास्तविकता), VR (वर्चुअल रियलिटी), आदि भारत में कुछ नवीनतम प्रौद्योगिकियां हैं।

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Wonder Of Science Essay in Hindi

विज्ञान के चमत्कार पर निबंध – Wonder Of Science Essay in Hindi

विज्ञान के चमत्कार पर छोटे तथा बड़े निबंध (essay on wonder of science in hindi), जीवन में विज्ञान का महत्त्व। – importance of science in life.

  • प्रस्तावना,
  • विज्ञान की उत्पत्ति,
  • यातायात के साधन,
  • मनोरंजन के साधन,
  • समाचार-प्रेषण,
  • अन्य चमत्कार,

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं।

“चमत्कार विज्ञान जगत के, जीवन के मंगल साधन, किया नियति के गुप्त रहस्यों का मानव ने उद्घाटन। जल-थल और अम्बर तक फैली, मनूज ज्ञान आलोक किरन, मर्त्यलोक से चन्द्रलोक तक जा पहुँचे मनुजात-चरन ॥”

प्रस्तावना- आज का युग विज्ञान का युग है। मनुष्य भौतिक सुख की ओर अग्रसर होता जा रहा है। परिणामस्वरूप भौतिक विज्ञान के इस युग में अभूतपूर्व उन्नति हुई है। दिन-प्रतिदिन नये-नये आविष्कार हो रहे हैं। मनुष्य अपने बुद्धिबल से प्रकृति पर विजय प्राप्त करता जा रहा है। आज के वैज्ञानिकों ने असम्भव को सम्भव और असाध्य को साध्य कर दिखाया है। कवि ने ठीक कहा है

“जल में थल में और व्योम में, आज हमारा हो अभियान। देश विदेश की बातों का, कर लेते घर बैठे ज्ञान॥ आज असम्भव को सम्भव कर, देता है मानव का ज्ञान। भू को स्वर्ग बना देने में, सफल आज मानव विज्ञान॥”

वास्तव में विज्ञान के जो चमत्कार इस युग में देखे गये, वे मानव जाति के इतिहास की अभूतपूर्व घटना है।

Wonder Of Science Essay in Hindi

विज्ञान की उत्पत्ति- सत्रहवीं शताब्दी में पश्चिम के देशों में एक क्रान्ति की लहर-सी दौड़ी। इस लहर में एक ऐसी ज्वाला थी कि जिससे देश के देश और राष्ट्र के राष्ट्र धकधका उठे और आध्यात्मिकता भस्मसात हो गयी। ‘भूखे भजन न होय गोपाला’ के अनुसार सबको रोटी और कपड़े की पड़ गयी।

नये-नये साधनों की खोज होने लगी। यन्त्रों और कलों का जन्म हुआ। यूरोप की औद्योगिक क्रान्ति से सारा विश्व प्रभावित हुआ और विज्ञान की चकाचौंध चारों ओर फैलने लगी।

उन्नीसवीं शताब्दी तक पहुँचते-पहुँचते विज्ञान उन्नति के शिखर पर पहुँच गया और आज हम अपने चारों ओर विज्ञान के चकाचौंध कर देने वाले चमत्कारों को देख कर चकित होते हैं। विज्ञान के इन चमत्कारों ने मानव को अत्यन्त सुखी और विलासी बना दिया है। उसे सब प्रकार की सुविधाएँ प्रदान कर दी हैं।

Importance Of Science In Life

यातायात के साधन- पुराने समय में दूर-दूर की यात्रा करना अत्यन्त कठिन काम था। बैलगाड़ियों से, ऊँटों से, घोड़ों से या और इसी तरह के ढिल-मिल वाहनों से यात्रा में बहुत कठिनाई होती थी। रास्ते में चोर-डाकुओं का भय सदा बना रहता था।

गिरोह बनाकर घुमक्कड़ों की तरह चलना पड़ता था और महीनों का समय लग जाता था। परन्तु आज पृथ्वी की छाती पर धक-धक् करती हुई रेलगाड़ियाँ मिनटों में कहीं से कहीं पहुँचा देती हैं। बस, कार तथा मोटर साइकिल कितनी ही ऐसी सवारी हैं कि जिनसे छोटी यात्रा बहुत सरल हो गयी है।

समुद्र के वक्षस्थल को चीरते हुए जलपोत सर्र से एक देश से दूसरे देश में पहुँच जाते हैं। अबाध गति से स्वच्छन्द आकाश में विचरण करते हुए वायुयान में बैठ कर तो हम हवा से बातें करते हैं और अब तो मानव चन्द्रमा पर पहुँच कर वहाँ अपना निवास स्थान बनाने में लगा है। विज्ञान के इन अद्भुत चमत्कारों ने महीनों की यात्रा दिनों में, और दिनों की घण्टों में और घण्टों की मिनटों में सम्भव कर दी है।

मुद्रण-मुद्रण विज्ञान की महती देन है। प्राचीन समय में पुस्तकें तो लिखी ही नहीं जाती थीं और यदि लिखी भी जाती थीं तो हाथ से लिखनी पड़ती थीं। एक पुस्तक को लिखने में वर्षों लग जाते थे अत: पुस्तकों का मूल्य इतना अधिक होता था कि जिन्हें साधारण जन खरीद नहीं पाते थे।

शिक्षा का काम अति कठिन था किन्तु मुद्रण-यन्त्र के आविष्कार ने मानव के ज्ञान को सुरक्षित और सुलभ कर दिया है। आज धड़ाधड़ मशीनों से पुस्तकें, समाचार-पत्र तथा पत्रिकाएँ छपती हैं जिससे शिक्षा, व्यापार, राजनीति आदि सभी क्षेत्रों में विकास हुआ है।

आज मानवीय ज्ञान को एक पीढ़ी से अग्रिम पीढ़ियों तक सुरक्षित रखना सरल हो गया चिकित्सा-विज्ञान ने भयानक रोगों से मानव जाति का त्राण किया है। विज्ञान ने अनेक औषधियों का आविष्कार किया जो भयंकर रोगों पर रामबाण का काम करती हैं।

शल्यक्रिया के द्वारा हाथ-पैर आदि साधारण अंगों से लेकर मस्तिष्क और हृदय जैसे मार्मिक अंगों का संशोधन भी विज्ञान ने सम्भव कर दिया है। विज्ञान की इस अद्भुत उपयोगिता को देखकर कौन उसके महत्त्व को स्वीकार नहीं करेगा?

मनोरंजन के साधन- विज्ञान ने चित्रपट, रेडियो, टेलीविजन, टेपरिकार्डर आदि विविध मनोरंजन के साधन सुलभ कराये हैं। दिनभर काम के बोझ से थका मनुष्य शाम को जिस तरह शरीर के लिए भोजन चाहता है उसी तरह मन के लिए मनोरंजन चाहता है। सिनेमा की रंगीनी, टी०वी० के कार्यक्रम और रेडियो की चहल-पहल उसकी मानसिक थकान को दूर कर देती है।

समाचार-प्रेषण- एक समय था जब मनुष्य अपने दूर स्थित प्रियजनों के समाचार बड़ी कठिनता से जान पाता था। विज्ञान ने इस कठिनता को दूर कर दिया है। तार के द्वारा अब घण्टों में कहीं से कहीं समाचार जा सकते हैं।

टेलीफोन द्वारा घर बैठे ही एक शहर से दूसरे शहर तथा एक देश से दूसरे देश में बैठे मित्र से बात कर सकते हैं। बेतार का तार तथा टेलीविजन जैसे आविष्कारों ने अलादीन के चिराग को भी मात दे दी है।

अन्य चमत्कार- इसके अतिरिक्त विज्ञान ने अनेक अद्भुत चमत्कार प्रस्तुत किये हैं। वस्तुओं की उत्पत्ति करने वाले एक से एक अच्छे कल-कारखाने बनते जा रहे हैं। विकास की गति बढ़ती जा रही है। खेती के नये-नये साधनों का आविष्कार हो रहा है।

बिजली ने तो संसार को स्वर्ग बना दिया है, दिन-रात का भेद समाप्त हो गया है। गर्मी और सर्दी अब नाममात्र को रह गयी है। हजारों आदमियों का काम अब बिजली की शक्ति से एक मशीन करती है। गोबर से बिजली तैयार करना भी एक नया आविष्कार है। विज्ञान मानव जाति के लिए वरदान सिद्ध हुआ है।

उपसंहार- वर्णित चमत्कारों को देखकर कौन उसका महत्त्व स्वीकार न करेगा? किन्तु इसका दूसरा पक्ष भी है। विज्ञान ने मनुष्य को आलसी और निकम्मा बना दिया है। विज्ञान ने उन अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण किया है जो मानवता के लिए घातक सिद्ध हो सकते हैं।

विज्ञान ने मनुष्य को वह शैतान की शक्ति प्रदान कर दी है कि कुछ घंटों या मिनटों में ही किसी देश को भस्मसात किया जा सकता है। इस प्रकार विज्ञान मनुष्य के लिए अभिशाप बन सकता है।

पर इसमें सन्देह नहीं है कि यदि मानव हित को सामने रखकर विज्ञान का प्रयोग किया जाये तो यह मानवता के लिए रम हितकर और महान वरदान सिद्ध हो सकता है। अंग्रेजी के प्रसिद्ध नाटककार शेक्सपियर ने ठीक ही कहा है-

“संसार में कोई भी वस्तु न अच्छी है, न बुरी। मानव बुद्धि उसे अपने लिए हानिकारक या लाभदायक बना लेती है।”

विज्ञान के चमत्कार निबंध | Miracle of Science Essay in Hindi

by Editor updated January 11, 2019, 2:22 PM 3 Comments

विज्ञान के चमत्कार निबंध | Miracle of Science Essay in Hindi 

विज्ञान के ज्ञान ने मानव जीवन को बहुत कुछ दिया है। आज हम जैसा भी जीवन जी रहे हैं उसका कारण विज्ञान ही है। हमारे वैज्ञानिकों ने इसी ज्ञान का प्रयोग कर ऐसे अविष्कार किए जिन्होने मानव जीवन में बड़ा बदलाव किया। विज्ञान के इसी चमत्कार को बताते हुये हम लेकर आए हैं निबंध। 

विज्ञान के चमत्कार निबंध (150 शब्द) 

ये विज्ञान का ही चमत्कार है जिसने हमें आदिमानव से मानव का जीवन दिया है। आज हम एक बेहतर जीवन जी रहे हैं सिर्फ विज्ञान के अविष्कारों के कारण। विज्ञान ने हमारे जीवन को बदल कर रख दिया है।

आज बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज संभव सिर्फ विज्ञान के कारण हुआ है। मोबाइल और कम्प्युटर ने आज पूरी दुनिया को छोटा कर दिया है। यातायात के साधनों से आज हम कुछ क्षणों में ही एक जगह से दूसरी जगह जा सकते हैं। हवाई जहाज से आज हम हवा में उड़ सकते हैं। बिजली से चलने वाले उपकरणों ने हमारा जीवन आरामदायक बनाया है। यह सब विज्ञान का चमत्कार नहीं तो क्या है।

विज्ञान का ही चमत्कार है की आज हम मंगल और चंद्रमा की धरती पर भी पहुँच गए हैं। विज्ञान के यही चमत्कार हमें भविष्य में भी देखने को मिलते रहेंगे। भविष्य में ऐसी खोजें होंगी जो पूरे मानव जीवन को ही बदल कर रख देंगी।

विज्ञान के चमत्कार निबंध (300 शब्द) 

एक समय था जब हम आदिमानव का जीवन जी रहे थे, एक पशु की तरह। लेकिन आज हम एक वैभव शाली जीवन जी रहे हैं और यह संभव हुआ है विज्ञान के चमत्कार के कारण। विज्ञान ने हमें बहुत कुछ दिया है। हमारे वैज्ञानिकों ने ऐसे – ऐसे आविष्कार किए हैं जो मानव जीवन में एक बड़ी क्रांति लेकर आए।

हम अपनी रोजिंदा ज़िंदगी में विज्ञान के योगदान को देखते हैं।

  • आज हमें कोई भी बीमारी होती है तो तुरंत उसका इलाज दवाइयों से हो जाता है। चिकित्सा के क्षेत्र में हमने जो कामयाबी हासिल की है वो विज्ञान की ही देंन है।
  • एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए अब हमें पैदल नहीं चलना पड़ता, यातायात के इतने सारे साधन विज्ञान ने निर्मित कर दिये हैं की कुछ मिनिटों में ही हम लंबी दूरी को तय कर सकते हैं।
  • हवाई जहाज को हम कैसे भूल सकते हैं, क्या हमने कभी ऐसी कल्पना की होगी की हम भी पक्षी की तरह आकाश में उड़ेंगे, लेकिन आज यह कल्पना साकार हुई है विज्ञान के कारण।
  • चंद्रमा, मंगल और पूरे अवकाश की यात्रा मानव कर चुका है यह सब विज्ञान का ही चमत्कार है।
  • घर में तरह तरह के इलेक्ट्रिनिक उपकरण हम हर रोज इस्तेमाल करते हैं, इन सभी उपकरणों ने हमारा जीवन कितना आसान कर दिया है।
  • आज अपना संदेश भेजने के लिए हमें पत्र लिखने की जरूरत नहीं, मोबाइल से हम सीधे बात कर सकते हैं, इंटरनेट से एक दूसरे के साथ विडियो कॉल कर सकते हैं। पूरी दुनिया आज सिमटकर छोटी हो गयी है यह सब विज्ञान का ही चमत्कार है।

विज्ञान ने हमें बहुत कुछ दिया है। लेकिन हमने विज्ञान का दुरुपयोग भी किया है। परमाणु बम, हथियार आदि बनाकर हमने अपने विनाश का समान भी तैयार कर लिया है। प्रकृति को हमने अनदेखा किया है। विज्ञान ईश्वर की सबसे बड़ी देन  है और इसके चमत्कार भविष्य में भी हमें रोमांचित करते रहेंगे।

विज्ञान के चमत्कार निबंध (500 शब्द) 

यह विज्ञान की ही खोजें हैं जिसने मानव जीवन को इतना सरल बना दिया है। विज्ञान के चमत्कारों की वजह से आज का मानव हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। धरती पर अब ऐसी कोई जगह नहीं जहां मानव का आधिपत्य ना हो और इसे संभव विज्ञान ने बनाया है। विज्ञान ने हमें आकाश की ऊंचाइयों को छूने योग्य भी बना दिया है और समुद्र की गहराई को माप सकें इस योग्य भी बना दिया है। केवल हमारी पृथ्वी ही नहीं आज का मानव विज्ञान की सहायता से अवकाश में भी पहुँच गया है और चन्द्र, मंगल पर अपने कदम रख चुका है।

प्राचीन काल में जो काम असंभव हुआ करता था, विज्ञान ने उसे आज संभव कर दिखाया है। क्या हमने कभी सोचा था की एक दिन हम भी पंछियों की तरह हवाई जहाज में बैठकर उड़ेंगे।

चिकित्सा क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार: चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान ने जो बुलंदी हासिल की है उसके कारण आज भयंकर से भयंकर बीमारी का इलाज है। पहले छोटी बीमारी का इलाज भी संभव नहीं था लेकिन आज ऐसी दवाइयों का निर्माण विज्ञान कर चुका है जिससे बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज संभव है। बड़े-बड़े अस्पतालों में आज आधुनिक चिकित्सा पद्धति से शरीर की हर बीमारी का इलाज हो जाता है। यातायात के क्षेत्र में विज्ञान का योगदान : एक समय था जब लोग बैलगाड़ी पर यात्रा करते थे जिसमें कई दिन लग जाते थे एक जगह से दूसरी जगह तक जाने में। लेकिन आज विज्ञान ने यातायात के ऐसे अनेक साधन तैयार कर दिये हैं की हम पलक झपकते ही एक स्थान से दूसरे स्थान पहुँच सकते हैं। हवाई जहाज से हम किसी भी देश में सिर्फ कुछ घंटों में पहुँच सकते हैं। संचार के क्षेत्र में : अब संदेश भेजने के लिए हमें पत्र नहीं लिखना पड़ता। विज्ञान ने इंटरनेट और मोबाइल के जरिये संदेश भेजने का काम डिजिटल कर दिया है। मोबाइल से हम किसी से भी, चाहे वो कितना ही दूर क्यूँ ना हो, उससे बात कर सकते हैं, यहाँ तक की उसे देख भी सकते हैं। इंटरनेट विज्ञान की ही देन है जिसने पूरी दुनिया को एक सूत्र में बांध दिया है।

हमारी रोजिंदा जीवन शैली में बदलाव: अपने घर में हम तरह तरह के उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं पंखा, एयर कंडीशनर, फ्रिज, लाइट, टेलीविज़न, रेडियो और ना जाने कितनी ही चीजें हैं जो हमारी जीवन शैली का अहम हिस्सा हैं। इन सभी चीजों ने हमारा जीवन कितना आसान कर दिया है। हमारा काम अब मशीनें करतीं हैं।

भविष्य में विज्ञान: अभी हम जो विज्ञान के चमत्कार देख रहे हैं वह तो केवल एक शुरुआत है, भविष्य में विज्ञान ऐसी खोजें करेगा जो मानव जीवन में एक नयी क्रांति लेकर आएगी। हमारी आने वाली पीढ़ी और भी विकसित होगी। उपसंहार : विज्ञान के चमत्कार सफल बनाने में हमारे वैज्ञानिकों का अहम योगदान है। विज्ञान ने हमें बहुत कुछ दिया है और आगे भी बहुत कुछ हमें मिलने वाला है। बस हमें उम्मीद यही करनी चाहिए की विज्ञान का हम दुरुपयोग ना करें, उसका सही इस्तेमाल ही हमें सफल बना सकता है।

विज्ञान के चमत्कार विस्तृत निबंध (800 शब्द) 

विज्ञान ने ही हम मनुष्यों को आदि मानव से एक मानव बनाया है। एक समय था जब हम मनुष्य भी अन्य पशुओं की भांति जंगलों में रहते थे, लेकीन आज देखिये हम कहाँ से कहाँ पहुँच गए हैं। यह चमत्कार विज्ञान ने ही किया है जिसने पूरी मानव जाति के जीवन स्तर को बदल कर रख दिया है। धरती का कोई भी कोना नहीं बचा जहां इंसान ना पहुंचा हो। आकाश से लेकर जमीन तक आज हमारी पकड़ है। विज्ञान ने साधारण से मानव को एक असाधारण मानव बना दिया है जो कुछ भी करने में सक्षम है।

विज्ञान का अर्थ

विज्ञान का अर्थ है ज्ञान। एक ऐसा ज्ञान जिसके जरिये परिश्रमी मानव ने इस ब्रह्मांड में अनेकों परीक्षण कर तरह तरह के अविष्कार किए हैं और अपनी जीवन शैली को बदला है। यही नहीं मानव ने इस धरती के गूढ़ रहस्यों को भी विज्ञान से उजागर किया है। पूरी दुनिया में बड़े बड़े महान वैज्ञानिक हुये जिन्होने विज्ञान को समझा और दुनिया को कई अविष्कार करके दिये।

विज्ञान के चमत्कार

विज्ञान ने हमें बहुत कुछ दिया है। हर क्षेत्र में हमने प्रगति की है और अपनी जीवन शैली को और भी बेहतर बना रहे हैं। आज हम हर चीज के लिए विज्ञान के बनाए हुये साधनों पर निर्भर हैं, उनके बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते।

चिकित्सा क्षेत्र में

एक ऐसा भी समय था जब छोटी से छोटी बीमारी का इलाज करना भी संभव नहीं था। लेकिन आज विज्ञान की वजह से बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज भी संभव है। विज्ञान ने ऐसी दवाइयों और मशीनों का निर्माण किया जिनसे हम किसी भी बीमारी का इलाज करा सकते हैं। बड़े-बड़े अस्पतालों में हर रोज कई ज़िंदगियाँ बचाई जातीं हैं। हमें इसके लिए विज्ञान को धन्यवाद देना चाहिए जिसने एक वरदान के रूप में हमे नया जीवन दिया है।

यातायात क्षेत्र

एक वो समय था जब एक जगह से दूसरी जगह जाने में हमें कई दिन लगते थे क्यूंकी उस समय यातायात के कोई साधन नहीं थे और लोगों को पैदल चलकर यात्रा करनी पड़ती थी। लेकिन आज समय बदल गया है। विज्ञान ने ऐसे यातायात के साधन बना दिये हैं जिनकी मदद से आप कुछ मिनिटों में कहीं भी पहुँच सकते हैं। कार, ट्रेन, हवाई जहाज आदि साधनों से आप कहीं भी जा सकते हैं। हवाई जहाज से आप विश्व के किसी भी कोने में जा सकते हैं। पहले यह मात्र एक सपने के समान था।

अवकाश क्षेत्र में

क्या हमने कभी सपने में भी सोचा होगा की हम एक दिन चाँद पर भी पहुँच सकते हैं, ब्रह्मांड की सैर कर सकते हैं और मंगल ग्रह पर कदम रख सकते हैं। लेकिन अब यह सपना हकीकत है। विज्ञान की मदद से आज हम चन्द्र पर पैर रख चुके हैं। तरह तरह के उपग्रह हमने पृथ्वी की कक्षा में छोड़े हैं जो हमारे कई कामों को करते हैं जैसे की टेलीविज़न प्रसारण आदि। हमारा भारत देश अवकाश क्षेत्र में बहुत प्रगति कर चुका है।

दूर-संचार और इंटरनेट

विज्ञान ने हमें इंटरनेट दिया जिसने पूरी दुनिया को जोड़ दिया है। इंटरनेट पर हम पूरी दुनिया देख सकते हैं, लोगों से जुड़ सकते हैं। मोबाइल जो की आज सभी के जीवन का अहम हिस्सा है वो भी विज्ञान की देन है। अब आपको पत्र लिखने की जरूरत नहीं, सीधे मोबाइल के जरिये आप दुनिया के किसी भी कोने से किसी से भी बात कर सकते हैं। इंटरनेट के जरिये आप विडियो कॉल कर एक दूसरे को देख कर भी बात कर सकते हैं।

टेक्नालजी क्षेत्र में

दुनिया के कई देशों में आज रोबोट काम कर रहे हैं। जी हाँ, टेक्नालजी के क्षेत्र में विज्ञान ने ऐसी बहुत सी खोजें की हैं जिनका इस्तेमाल हम रोजाना करते हैं। कम्प्युटर विज्ञान का सबसे बड़ा उपहार है। जो काम इंसान नहीं कर सकता वो काम कम्प्युटर कर देता है। पूरी दुनिया में सारे काम आज कम्प्युटर कर रहा है। टेक्नालजी में विज्ञान ने इतनी प्रगति की है की आज सभी काम मशीनों से किए जाते हैं।

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हिन्दी निबंध : विज्ञान के चमत्कार

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Wonders of Science | हिन्दी निबंध : विज्ञान के चमत्कार

science essay in hindi 150 words

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विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध। Essay on Science Blessing or Curse in Hindi

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध। Essay on Science Blessing or Curse in Hindi : आज का युग वैज्ञानिक चमत्कारों का युग है। मानव-जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आज विज्ञान ने आश्चर्यजनक क्रांति ला दी है। मानव-समाज की सारी गतिविधियां आज विज्ञान से परिचालित हैं। दुर्जेय प्रकृति पर विजय प्राप्त कर आज विज्ञान मानव का भाग्यविधाता बन बैठा है। अज्ञात रहस्यों की खोज में उसने आकाश की ऊँचाइयों से लेकर पाताल की गहराइयाँ तक नाप दी हैं। उसने हमारे जीवन को सभी ओर से इतना प्रभावित कर दिया है कि विज्ञान-शून्य विश्व की आज कोई कल्पना तक नहीं कर सकता। इस स्थिति में हमें सोचना पड़ता है कि विज्ञान को वरदान समझा जाए या अभिशाप। अतः दोनों पक्षों पर समन्वित दृष्टि से विचार करके ही किसी निष्कर्ष पर पहुँचना उचित होगा।

विज्ञान  वरदान या अभिशाप पर निबंध।  Essay on Science  Blessing or Curse in Hindi

विज्ञान  वरदान या अभिशाप पर निबंध

  • (क) यातायात के क्षेत्र में- प्राचीन काल में मनुष्य को लम्बी यात्रा तय करने में बरसों लग जाते थे किन्तु आज रेल¸ मोटर¸ जलपोत¸ वायुयान आदि के आविष्कार से दूर-से-दूर स्थानों पर अति शीघ्र पहुँचा जा सकता है। यातायात और परिवहन की उन्नति से व्यापार की भी कायापलट हो गयी है।
  • (ख)  संचार के क्षेत्र में- बेतार के तार ने संचार के क्षेत्र में क्रान्ति ला दी है। आकाशवाणी¸ दूरदर्शन¸ तार¸ दूरभाष (टेलीफोन¸ मोबाइल फोन)¸ आदि की सहायता से कोई भी समाचार क्षणभर में विश्व के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुँचाया जा सकता है। कृत्रिम उपग्रहों ने इस दिशा में और भी चमत्कार कर दिखाया है।
  • (ग)   दैनन्दिन जीवन में- विद्युत के आविष्कार ने मनुष्य की दैनन्दिन सुख-सुविधाओं को बहुत बढ़ा दिया है। वह हमारे कपड़े धोती है¸ उन पर प्रेस करती है¸ भोजन पकाती है¸ सर्दियों में गर्म और गर्मियों में शीतल जल उपलब्ध कराती है तथा गर्मी-सर्दी दोनों से समान रूप से हमारी रक्षा करती है। आज की समस्त औद्योगिक प्रगति इसी पर निर्भर है।
  • (घ)  स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के क्षेत्र में- मानव को भयानक और संक्रामक रोगों से पर्याप्त सीमा तक बचाने का श्रेय विज्ञान को ही है। एक्स-रे¸अल्ट्रासाउण्ड टेस्ट¸ऐन्जियोग्राफी¸कैट स्कैन आदि परीक्षणों के माध्यम से शरीर के अन्दर के रोगों का पता सरलतापूर्वक लगाया जा सकता है। यही नहीं इससे नेत्रहीनों को नेत्र¸कर्णहीनों को कान और अंगहीनों को अंग देना सम्भव हो सका है।
  • (ङ)   औद्योगिक क्षेत्र में भारी मशीनों के निर्माण ने बड़े-बड़े कल-कारखानों को जन्म दिया है जिससे श्रम¸ समय और धन की बचत के साथ-साथ प्रचुर मात्रा में उत्पादन सम्भव हुआ है। इससे विशाल जनसमूह को आवश्यक वस्तुएँ सस्ते मूल्य पर उपलब्ध करायी जा सकी हैं।
  • (च)  कृषि के क्षेत्र में- 121 करोड़ से अधिक जनसंख्या वाला हमारा देश आज यदि कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की और अग्रसर हो सका है तो यह भी विज्ञान की ही देन है। विज्ञान ने किसान को उत्तम बीज¸प्रौढ़ एवं विकसित तकनीक¸रासायनिक खादें¸कीटनाशक¸ट्रैक्टर¸ट्यूबवेल और बिजली प्रदान की है। छोटे-बड़े बाँधों का निर्माण कर नहरें निकालना भी विज्ञान से ही सम्भव हुआ है।
  • (छ) शिक्षा के क्षेत्र में- मुद्रण-यन्त्रों के आविष्कार ने बड़ी संख्या में पुस्तकों का प्रकाशन सम्भव बनाया है। इसके अतिरिक्त समाचार-पत्र¸पत्र-पत्रिकाएँ आदि भी मुद्रण-क्षेत्र में हुई क्रान्ति के फलस्वरूप घर-घर पहुँचकर लोगों का ज्ञानवर्धन कर रही हैं।
  • (ज) मनोरंजन के क्षेत्र में- चलचित्र¸ आकाशवाणी¸दूरदर्शन आदि के आविष्कार ने मनोरंजन को सस्ता और सुलभ बना मनुष्य को उच्च् कोटि का मनोरंजन सुलभ कराया है।
  • संक्षेप में कहा जा सकता है कि मानव-जीवन के लिए विज्ञान से बढ़कर दूसरा कोई वरदान नहीं है।

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science essay in hindi 150 words

विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध | Essay on Is science a boon or a curse in Hindi

by Meenu Saini | Jun 28, 2022 | Hindi | 0 comments

Hindi Essay Writing – विज्ञान वरदान है या अभिशाप (Is science a boon or a curse?)

विज्ञान वरदान है या अभिशाप पर निबंध

विज्ञान क्या है

  • विज्ञान के बढ़ते कदम
  • विज्ञान से हानि

आज का युग विज्ञान का युग है आदि काल से लेकर अब तक मनुष्य ने जितनी भी प्रगति की है वह सब विज्ञान की ही देन है। यह हम सब भली भांति जानते हैं कि- ” आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है”  और जैसे-जैसे मनुष्य की आवश्यकताएं बढ़ती जा रही है ,‌ वह नए-नए आविष्कार करता जा रहा है और आगे भी करता जाएगा। प्राचीन काल में असंभव समझे जाने वाले तथ्यों, कार्यों को विज्ञान ने आज संभव कर दिखाया है । छोटी-सी सुई से लेकर आकाश की दूरी नापते हवाई जहाज तक सभी विज्ञान की ही देन हैं । आगे चलकर कई ऐसे आविष्कार भी होने हैं जिन पर हो सकता है अभी हम को विश्वास ही ना हो , विज्ञान ने वास्तव में, हमें बहुत कुछ दिया है , जिसके हम सदा ऋणी रहेंगे।   Top  

  विज्ञान दो शब्दों से मिलकर बना है – वि+ज्ञान । वि का अर्थ है विशेष और ज्ञान का अर्थ है जानना। इस  प्रकार किसी विशेष को जानना ही विज्ञान हैं। दूसरे शब्दो में कहे तो विशिष्ट प्रकार का ज्ञान ही विज्ञान हैं। विज्ञान ने आज हमारे जीवन को बदल कर रख दिया है , मनुष्य जीवन को बहुत ही सुविधाजनक बना दिया है। अतः यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि विज्ञान किसी वरदान से कम नहीं ।   आज इंसान ने बैलगाड़ी से लेकर अंतरिक्ष तक की यात्रा का सफर तय कर लिया है। विज्ञान से मानव को असीमित शक्ति प्राप्त हुई है। आज मनुष्य विज्ञान की सहायता से पक्षियों की भांति आसमान में उड़ सकता है। गहरे से गहरे पानी में सांस ले सकता है। पर्वतों को लांघ सकता हैं तथा कई मीलों की दूरियों को चंद घंटो में पार कर सकता है।   Top  

 विज्ञान के बढ़ते कदम

विज्ञान की वजह से मनुष्य का जीवन बहुत आरामदायक हो गया है । इसमें हमारे समय की भी बचत की है।  

  • घर में – विज्ञान की सहायता से हमारा घरेलू जीवन भी सुखमय हो गया है। आज घरों में हीटर, रेफ्रिजरेटर टेलीविजन, रेडियो,  टेप रिकॉर्डर टेलीफोन, स्कूटर आदि वस्तुएं आ गई है। गृहणियों के अनेक कार्य आज विज्ञान की सहायता से मिनटों में हो जाते हैं।
  •   यातायात के क्षेत्र में-  दो पहिए की गाड़ी से शुरू हुआ सफर अंतरिक्ष तक पहुंच गया है । हमने कई महीनों के सफर को मिनटों में तय कर लिया है। विज्ञान के आविष्कार का प्रत्यक्ष उदाहरण हमारे सामने है बुलेट ट्रेन। हवाई जहाज के माध्यम से हम मीलों का सफर मिनटों में तय कर लेते हैं । चाहे कश्मीर से कन्याकुमारी तक का सफर ही क्यों ना हो । विज्ञान ने इसे सहज और सरल बना दिया है। आज विज्ञान ने जल, थल, आकाश तीनों की दूरियों को माप लिया है। जल में बड़े-बड़े जहाज, थल पर बुलेट ट्रेन और हवा में हवाई जहाज ‌,‌‌ हेलीकॉप्टर ने मीलों की दूरियों को समेट दिया है। 
  •   संचार के क्षेत्र में – संचार के क्षेत्र में विज्ञान ने तेजी से प्रगति की है। 1GB से शुरू हुआ यह सफर 5gb तक पहुंच चुका है। इंटरनेट प्रकाश की गति से पंख लगाकर उड़ने को तत्पर है। इंटरनेट की स्पीड आज इतनी है जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की थी। वीडियो कॉल,‌ वर्चुअल कॉल विज्ञान की वजह से संभव हुआ हैं।
  •   शिक्षा के क्षेत्र में – शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान ने कई आविष्कार किए हैं । आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,‌ रोबोट के आ जाने से स्कूलों में पढ़ाने के तरीकों में बदलाव आया है । विजुअल तकनीक के माध्यम से आज कठिन विषयों को भी आसानी से पढ़ाया जा रहा हैं। 
  •   मनोरंजन के क्षेत्र में – मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान ने अपना बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मनोरंजन करना इंसान की स्वाभाविक प्रकृति होती है। विज्ञान की तरक्की के साथ मनोरंजन के साधनों में भी प्रगति हुई है। चलचित्र, वीडियो, दूरदर्शन, खेल आदि सभी मनोरंजन के आधुनिक और वैज्ञानिक साधन हैं
  • चिकित्सा के क्षेत्र में – चिकित्सा के क्षेत्र में तो विज्ञान ने आश्चर्यजनक चमत्कार किए हैं । आज दुर्लभ से दुर्लभ बीमारी का इलाज भी विज्ञान ने ढूंढ निकाला है, आज चिकित्सा बहुत आसान हो गई है। एक्स रे मशीन की सहायता से शरीर के अंदर के भागों का रहस्य जाना जा सकता है । शरीर के किसी भी भाग का ऑपरेशन किया जाना संभव है ।  लेजर के आविष्कार से बिना चीरफाड़ के ऑपरेशन किए जा रहे हैं । अंग प्रत्यारोपण की सुविधा आज विज्ञान की वजह से संभव हो पाई है । रक्तदान, प्लास्टिक सर्जरी जैसे दुर्लभ कार्य आज विज्ञान की वजह से संभव है। स्मार्टफोन पर बैठे ही अपना इलाज करवा कर, दवाइयों की होम डिलीवरी भी करवा सकते हैं । इसने  समय और पैसे दोनों की बचत की है।
  • विद्युत – विज्ञान ने मनुष्य को भाप, खनिज, तेल, कोयला, व बिजली को असीमित शक्ति के रूप में प्रदान किया है। बिजली के आविष्कारों ने चारों तरफ चकाचौंध कर दिया है। बिजली एक तरफ तो हमें शक्ति देती है तो दूसरी तरफ रौशनी देकर रात को दिन की तरह बना देती है। आज के समय में बिजली ने मनुष्य का बहुत कल्याण किया है।
  •   कंप्यूटर के क्षेत्र में – आज हर कोई कंप्यूटर चलाना और उस पर काम करना जानता है । ऐसा कोई क्षेत्र नहीं रहा जो कंप्यूटर से अछूता हो । विज्ञान का सबसे बड़ा आविष्कार तो  स्मार्टफोन है जो आज हर आम आदमी की पहुंच में है । जिसकी वजह से घर बैठे आप शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं, जो चाहे सीख सकते हैं,‌ घर बैठे बिजनेस शुरू कर सकते हैं या दुनिया भर की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं,  यह ऐसा अद्भुत चमत्कार है जिसने असंभव को भी संभव बना दिया है।‌ कंप्यूटर में भी दिन प्रतिदिन कई तकनीकों के आ जाने से हमारा काम और भी तेजी से कम समय में सुविधा पूर्वक हो जाता है।
  •   अंतरिक्ष के क्षेत्र में – अब अंतरिक्ष कोई अनजान विषय नहीं रहा । धीरे-धीरे विज्ञान की मदद से अंतरिक्ष के रहस्यों से पर्दा उठ रहा है । विज्ञान के माध्यम से आज अंतरिक्ष के सारे रहस्यों को वैज्ञानिक सुलझा रहे हैं । भारत का मंगलयान, चंद्रयान जैसे मिशन अंतरिक्ष की तरफ बढ़ते इंसानों के कदमों की पदचाप है।
  •   सुरक्षा के क्षेत्र में – आज ड्रोन, सीसीटीवी‌‌ कैमरे,‌ पासवर्ड , वर्चुअल ताले आ जाने से सुरक्षा के क्षेत्र में कई सारे बदलाव हुए हैं ।
  • कृषि के क्षेत्र में -नवीन वैज्ञानिक आविष्कार ने कृषि उत्पादन में वृद्धि की है साथ ही साथ कार्यों को आसान बना दिया है।  ट्रैक्टर और नवीनतम आधुनिक उपकरणों के आ जाने से खेती और भी सरल और सहज हो गई है। 

  Top  

विज्ञान से हानि 

विज्ञान ने यदि हमारे जीवन को सर्व सुलभ बनाया है तो वहीं कई सारी समस्याएं भी उत्पन्न की है।   दुर्लभ बीमारियां – 

  • आजकल इतनी दुर्लभ तरीके की बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं जिनका पहले कभी नामोनिशान नहीं था। कोरोनावायरस इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है, पहले इस तरह का कोई वायरस नहीं था।
  • खेतों में हानिकारक रसायनिक पदार्थों के छिड़काव से उत्पादन तो बढ़ रहा है लेकिन फसल में वह पोषक तत्व और वह शुद्धता नहीं रही और इस वजह से कई बीमारियां उत्पन्न हो रही है।

ग्लोबल वार्मिंग – 

  • वृक्षों की अंधाधुंध कटाई से, बढ़ते औद्योगिकीकरण से,‌ वातावरण में बहुत ही तेजी से परिवर्तन हो रहे हैं । ग्लेशियर पिघल रहे हैं, ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है।
  • जल स्त्रोतों की कमी हो रही है और तो और वृक्षों की कमी से प्राणवायु ऑक्सीजन में भी कमी आ रही है।
  •  पर्यावरण प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण अनेक प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हुई है ।
  • तकनीक पर अत्यधिक निर्भरता के कारण भी कई संकट उत्पन्न हुआ है। यदि आज के समय में इंटरनेट बंद हो जाए तो कई करोड़ों लोग बेरोजगार हो जाएंगे क्योंकि हमने खुद को विज्ञान पर इतना अधिक निर्भर कर लिया है कि अब इसके बिना हमारी अर्थव्यवस्था नहीं चल सकती।

तकनीक पर अत्यधिक निर्भरता  

  • विज्ञान ने जहां एक ओर कई सुविधाएं दी हैं तो कई समस्याएं भी पैदा की हैं । तकनीक ने जहां कई कार्यों को आसान बनाया है, वही हमें आलसी भी बना दिया है। आज हर छोटे से छोटे काम के लिए हम तकनीक पर निर्भर हो गए हैं। चाहे घर में खाना बनाना हो, कपड़े धोना हो या मनोरंजन ,‌हर चीज के लिए हमें तकनीक की आवश्यकता होती है ।

मोबाइल एडिक्शन

  • कोरोना काल में हम सभी घर पर बंद हो गए थे और इस वजह से छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक का स्क्रीन टाइम काफी बढ़ गया था । इस वजह से बच्चे मोबाइल स्क्रीन के आदी हो चुके हैं । जिस वजह से वह बचपन से ही उनके आंखों पर चश्मा लग गया है और मोबाइल एडिक्शन के कारण चिड़चिड़ापन, अत्यधिक क्रोध आना ,भूख ना लगना ध्यान केंद्रित ना हो पाना जैसी कई समस्याएं पैदा हुए हैं।
  • इन सब की वजह से आज मनुष्य खुद की बनाई तकनीकों की वजह से परेशान हो रहा है।

इस प्रकार हम देखते हैं कि जिस प्रकार हर सिक्के के 2 पहलू होते हैं उसी प्रकार विज्ञान के भी दो पहलू हैं    एक सकारात्मक पक्ष जिससे हमने बहुत कुछ अर्जित किया है तो वही नकारात्मक पक्ष जहां हमने बहुत कुछ खोया है।   अंग्रेजी में कहावत है कि –    “साइंस इज ए गुड सर्वेंट बट अ बेड मास्टर”  अर्थात  साइंस विज्ञान एक अच्छा नौकर तो है किंतु एक बुरा मालिक है ।   यदि हमने विज्ञान का सही तरीके से इस्तेमाल किया तो यह हमारे भविष्य में भी लाभदायक होगा। किंतु यदि हमने तकनीक को खुद के ऊपर हावी होने दिया तो वह दिन दूर नहीं जब हम इसके पूरी तरह गुलाम बन जाएंगे।    विज्ञान ने एक ओर मनुष्य को जहाँ अपार सुविधाएँ प्रदान की हैं वहीं दूसरी ओर दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि नाभिकीय यंत्रों आदि के विध्वंशकारी आविष्कारों ने संपूर्ण मानवजाति को विनाश के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है । वास्तविक रूप में यदि हम विज्ञान से होने वाले लाभ और हानियों का अवलोकन करें तो हम देखते हैं कि विज्ञान का सदुपयोग व दुरुपयोग मनुष्य के हाथ में है । यह मनुष्य पर निर्भर करता है कि वह इसे किस रूप में लेता है । उदाहरण के तौर पर यदि नाभिकीय ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग किया जाए तो यह मनुष्य को ऊर्जा प्रदान करता है जिसे विद्‌युत उत्पादन जैसे उपभोगों में लिया जा सकता है । परंतु दूसरी ओर यदि इसका गलत उपयोग हो तो यह अत्यंत विनाशकारी हो सकता है । द्‌वितीय विश्व युद्‌ध के समय जापान के हिरोशिमा एवं नागासाकी शहरों में परमाणु बम द्‌वारा हुई विनाश-लीला इसका ज्वलंत उदाहरण है । विश्व आज अनेक खेमों में बँट गया है । इसके अतिरिक्त स्वयं को अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए (हाइड्रोजन बमों एवं परमाणु बमों की खोज ने) हथियारों की होड़-सी लग गई है । जिसने संपूर्ण मानव सभ्यता को विनाश के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है । बेरोजगारी व निर्धनता दिन-प्रतिदन बढ़ रही है। लोगों का गाँवों से शहरों की ओर पलायन जारी है, जिससे महानगरों एवं शहरों की जनसंख्या अत्यधिक बढ़ गई है ।    इस प्रकार विज्ञान का दुरुपयोग संपूर्ण मानव सभ्यता के लिए अभिशाप सिद्‌ध हो रहा है ।‌ विज्ञान का समुचित उपयोग न करने का ही यह परिणाम है कि आज दुनिया की आबादी बेतहाशा बढ़ रही है । आबादी रोकने के जितने भी साधन विज्ञान ने उपलब्ध कराए हैं वे सभी निर्विवाद रूप से कारगर हैं पर अविकसित देशों द्‌वारा इन साधनों को न अपनाने के फलस्वरूप ऐसे देश कई प्रकार की समस्याओं से घिर गए हैं ।   विज्ञान की मदद से बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध हो सकता है लेकिन कई देशों में अपने संसाधनों का इस्तेमाल न कर पाने की समस्या है । विज्ञान ने बृहत् पैमाने पर शिक्षा देने के साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कर दी है फिर भी कई देशों में भारी तादाद में अनपढ़ लोग हैं । वैज्ञानिक कृषि अपनाए जाने पर दुनिया से भुखमरी और कुपोषण की समस्या समाप्त हो सकती है, बावजूद इसके लोग खाद्‌यान्नों के बिना संकटग्रस्त दशा में हैं । अत: कहा जा सकता है कि वे अभिशाप जो विज्ञान के कारण उत्पन्न समझे जाते हैं वास्तव में मानव सृजित हैं ।   हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम विज्ञान की अद्‌भुत देन का रचनात्मक कार्यों में ही प्रयोग करें । विज्ञान के दुरुपयोग के विरुद्‌ध अभियान छेड़ा जाना चाहिए । विश्व के समस्त देशों को विश्व शांति का प्रयास करना चाहिए तथा हथियारों की जो होड़ बढ़ती जा रही है उसका विरोध एवं उस पर अंकुश लगाना चाहिए ।   Top  

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Nibandh

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध

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रूपरेखा : परिचय - विज्ञान के कुछ शानदार उपहार - यातायात की सुविधाएँ - मनोरंजन, आदि कई क्षेत्रों में योगदान - सुरक्षा संबंधी कई अविष्कार - उपसंहार।

विज्ञान मानव के लिए किसी चमत्कार से काम नहीं है। आज का युग में विज्ञान इतना तरक्की कर लिया है की हमे ये कह सकते है की आज का युग विज्ञान का ही युग हैं। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान ने खूब तरक्की कर ली है। विज्ञान मानव-कल्याण का एक नेत्र है जो मानव-कल्याण की चिंता में लीन है।

दुनिया में बिजली की खोज कर विज्ञान ने बहुत बड़ी सफलता प्राप्त कर ली है। बिजली ही है जो आज कई के घर भोजन पकाती है, बिना झाड़ू लगाए कमरा साफ़ कर देती है, पंखा चलाती है, घर में प्रकाश देती है। अनेक फैक्ट्री- कारखाने उसी की शक्ति से चलते हैं। आज हमारे अधिकतर काम बिजली पर ही निर्भर हैं। सचमुच, बिजली का आविष्कार आज के युग में किसी चमत्कार से काम नहीं है।

विज्ञान विश्व में यातायात की सुविधाएँ प्रदान कर विश्व को और भी छोटा बना दिया है। रेल, मेट्रो, मोटर जलयानों और हवाई जहाजों के जरिए आज हम हजारों किलोमीटर की यात्रा कुछ घंटो में ही कर सकते हैं। समाचार या प्रसारण वैज्ञानिक आविष्कार भी अदभुत हैं। रेडियो , दूरदर्शन, टेलीफोन एवं मोबाइल की करामात सब जानते ही हैं। ई-मेल तथा मोबाइल के द्वारा पलभर में विश्व के किसी भी कोने में अपना संदेश भेजे जा सकते हैं।

रेडियो और दूरदर्शन से काफी मनोरंजन मिलता है। सिनेमा विज्ञान की अदभुत देन है। इसका उपयोग मनोरंजन के साथ शिक्षा के लिए भी होता है। दूरदर्शन द्वारा देश-विदेश के तस्वीरों को हम घर बैठे देख सकते हैं। वीडियो द्वारा तो हम जब चाहें मनपसंद फिल्म या अन्य कार्यक्रम देख सकते हैं। चिकित्सा के क्षेत्र में वैज्ञानिक चमत्कारों ने आमूल परिवर्तन कर दिया है। एक्स-रे द्वारा शरीर के भीतरी भागों की छानबीन की जा सकती है। विज्ञान द्वारा आज पेचीदा और भयंकर रोगों का इलाज तथा उपचार संभव हो गया है। नए-नए प्रकार के हल, ट्रैक्टर, काटने-छाँटने के यंत्र आदि विज्ञान के कृषि-संबंधी आविष्कार हैं। विज्ञान के अन्य चमत्कारों में मुद्रणयंत्र मुख्य है। ज्ञान के प्रचार और प्रसार में इससे बहुत सहायता मिली है। सचमुच, विज्ञान मनुष्य के लिए किसी वरदान ने काम नहीं हैं।

सुरक्षा-संबंधी अनेक प्रकार के अस्त्र-शस्त्रों के आविष्कारों ने विज्ञान को अभिशाप बना दिया है। इनके कारण हमारी सभ्यता और संस्कृति खतरे में पड़ गई है। परमाणु बम और हाइड्रोजन बम भी विज्ञान की ही देन हैं। मनुष्य को असंतुलन कर देने वाली विषैली गैस भी विज्ञान के द्वारा ही खोज की गई हैं। विज्ञान के ये खतरनाक आविष्कार मनुष्य जाति के लिए अभिशाप बन गया हैं।

सचमुच, विज्ञान के चमत्कार आश्चर्यजनक हैं। विज्ञान मानव जाति के लिए वरदान बन सकता है, यदि उसका उपयोग मानवहित के लिए किया जाए। आज विज्ञान पुरे विश्व में असंभव कार्य को भी संभव बना दिया है।

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science essay in hindi 150 words

विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध | essay on science blessing or curse in hindi

समय समय पर हमें छोटी कक्षाओं में या बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में निबंध लिखने को दिए जाते हैं। निबंध हमारे जीवन के विचारों एवं क्रियाकलापों से जुड़े होते है। आज hindiamrit.com   आपको निबंध की श्रृंखला में  विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध | essay on science blessing or curse in hindi पर निबंध प्रस्तुत करता है।

इस निबंध के अन्य शीर्षक / नाम

(1) वैज्ञानिक प्रगति और मानव जीवन (2) राष्ट्र के विकास में विज्ञान और उसकी उपयोगिता (3) राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में विज्ञान और उसकी उपयोगिता

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पहले जान लेते है विज्ञान वरदान या अभिशाप पर निबंध | essay on science blessing or curse in hindi  पर निबंध की रूपरेखा ।

निबंध की रूपरेखा

(1) प्रस्तावना (2) यंत्र विज्ञान की देन (3) मनोरंजन एवं ज्ञानवृद्धि (4) मौसम विज्ञान एवं अंतरिक्ष विज्ञान (5) औषधि विज्ञान एवं सर्जरी की देन (6) मानव कल्याण (7) भारत की आधुनिक उपलब्धियाँ (8) उपसंहार

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“जीवन आजकल विज्ञान के आविष्कारों से नियन्त्रित होता है। जीवन में उनके अनुसार परिवर्तन होता है, और उनके बिना जीवन के अस्तित्व की कल्पना करना कठिन है।”       – पं० जवाहरलाल नेहरू

विज्ञान ने मानव जीवन की काया पलट कर दी है। जो मनुष्य पहले बनों में रहता था, गुफाएँ जिसका घर थीं, वृक्षों की छाल ही जिसके वस्त्र थे, वही मनुष्य आज विशाल अट्टालिकाओं में रहता है, तीव्रगामी वाहनों में यात्रा करता है, बड़े-बड़े भयंकर रोगों से लड़ सकता है, यहाँ तक कि चन्द्रमा और मंगल ग्रह की यात्रा करने की भी शक्ति रखता है।

वास्तविकता यह है कि विज्ञान ने मानव को ऐसी शक्ति दी है कि वह कम से कम समय में, कम से कम शक्ति लगा कर अधिक से अधिक काम कर सकता है।

यन्त्र विज्ञान की देन

विज्ञान ने हमें अनेक प्रकार के यन्त्र दिये जो वाष्पशक्ति एवं विजली की शक्ति से चलते हैं और थोड़ ही समय में बहुत काम कर दिखाते हैं।

बड़े-बड़े कपड़ा मिल, घी वनाने के कारखाने तथा भोजन की अन्य वस्तुओं की फैक्ट्रियां, यात्रा के लिए मोटर, रेलगाड़ियाँ, हवाई जहाज एवं समुद्री यान तथा भारी विद्युत उत्पादक यन्त्र आदि अनेक सुविधाएँ मानव को विज्ञान ने दी हैं।

अब हम रडार की सहायता से अपने देश की रक्षा कर सकते हैं, टैकों की सहायता से शत्रु की मुकाबला कर सकते हैं तथा वायरलैस की सहायता से मिनटों में एक समाचार को एक स्थान से दूसरे स्थान को भेज सकते हैं।

मनोरंजन एवं ज्ञान में वृद्धि

विज्ञान ने हमें मनोरंजन के अनेक साधन दिये हैं। ग्रामोफोन, रेडियो,टेलीविजन, चित्रपट, टेपरिकार्डर आदि अनेक साधनों से हमें थोड़े खर्चे से श्रेष्ठ मनोरंजन कर सकते है ।

मनोरंजन ही नही, ये सब साधन ज्ञानवृद्धि में भी सहायक होते हैं। विज्ञान ने मुद्रणालय का भी आविष्कार किया है जिससे समाचार-पत्र एवं कीमती पुस्तकें साधारण मनुष्यों को भी सहज उपलब्ध हो गयी हैं।

मौसम एवं अन्तरिक्ष विज्ञान

मौसम विज्ञान के द्वारा हम आने वाले ऑँधी-तूफानों का पहले से अनुमान कर सकते हैं, पहले से ही हम उनको रोकने और उनसे बचाव का प्रयत्न कर सकते हैं।

कम्प्यूटर के द्वारा हम कई दिन आगे तक की मौसम का सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और जनता को आने वाले खतरे से सूचित कर सकते हैं।

अन्तरिक्ष भी विज्ञान के प्रभाव से अछूता नहीं रह गया है। हम अनेक ग्रह-नक्षत्रों के बारे में वेधशालाओं के द्वारा अत्यधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अब तो पृथ्वी पर स्थानाभाव के कारण मनुष्य अन्तरिक्ष में जाकर वहाँ बसने के विषय में सोच रहा है।

औषधि-विज्ञान एवं सर्जरी की देन

विज्ञान से अनेक प्रकार की औषधियों का निर्माण हुआ जो भयंकर से भयंकर रोगों के उपचार में सहायक हैं।

अनेक रोग जो पहले मृत्यु का कारण बनते थे,वे आज साधारण रोग माने जाते हैं, जैसे टी०बी०, टायफाइड, मलेरिया आदि। प्लेग और चेचक आदि अनेक रोगों को तो विज्ञान ने जड़ से ही उखाड़ फेंका है।

अब ऐसे टीकों का आविष्कार हो गया है जिनके द्वारा इन रोगों से पहले से ही बचाब किया जा सकता है।

सर्जरी में इतना विकास हो गया है कि मस्तिष्क और हृदय जैसे कोमल अंगों का सरलता से आप्रेशन किया जा सकता है।

यहाँ तक कि अब कृत्रिम हृदय भी लगाया जा सकता है। इस प्रकार मानव जीवन की सुरक्षा में विज्ञान ने अभुतपूर्व योगदान किया है।

मानव-कल्याण

विज्ञान ने मानव जीवन को संवारने का अभूतपूर्व प्रयास किया है। किन्तु इसके साथ ही विज्ञान ने अनेक विनाशकारी अस्त्र शस्त्रों का निर्माण भी किया है जो मानव और मानव निर्मित सभ्यता को नष्ट करने में सहायक होते हैं।

इस कारण कूछ विचारक विज्ञान के बढ़ते हुए चरणों पर रोग लगाने के पक्ष में है किन्तु उनकी यह सोच उचित नहीं है। बिज्ञान तो मात्र साधन है, उसका सदुपयोग या दुरुपयोग करना मानव के हाथ में है।

यह एक शुभ लक्षण है कि अब संसार भर के विचारक और राजनीतिक नेता इस बात पर सहमत हैं कि विज्ञान का उपयोग केवल शान्तिपूर्ण और विकास कार्यों के लिए करना चाहिए। इस दिशा में अनेक प्रयास हुए भी है।

भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियाँ

विज्ञान की उन्नति में भारत का सहयोग सराहनीय है। स्वतन्त्रता के पश्चात आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद भी भारत की जो वैज्ञानिक उपलब्धियाँ है, उन्होंने उन तमाम पश्चिमी शक्तियों को आश्चर्य में डाल दिया है जो वैज्ञानिक आविष्कारों पर अपना अधिकार समझती थीं।

आज भारत की गणना विश्व की छः बड़ी शक्तियों में की जाती है। इसकी वैज्ञानिक प्रगति को देखकर सारा विश्व दांतों तले उंगली दबाता है।

आज हमारे देश में उन सभी छोटी-बड़ी मशीनों और कुलपुजों का निर्माण होता है जिनको हम अपार धन खर्च करके विदेशों से मंगाते थे। चाहे रेल का इंजन हो या हवाई जहाज, स्वचालितछोटे वाहन हों या बड़े-बड़े जलपोत, उत्पादक मशीनें हों या मशीनों का निर्माण करने वाली दैत्याकार बड़ी मशीनें, सब हमारे देश में बनने लगी हैं।

जिन चीजों के लिए हम दूसरे देशों पर निर्भर थे, आज हम उनका निर्यात करते हैं । भाखड़ा नांगल, हीराकुड, दामोदर घाटी तथा यमुना-योजना आदि अनेक योजनाएँ लगभग पूर्ण हो चुकी हैं।

इनसे बड़ी-बड़ी नहरों का निर्माण हुआ और विशाल बिजली घरों की स्थापना हुई। इसमे बाढ़ पर नियन्त्रण हुआ, सिंचाई की समस्या बहुत कुछ हल हुई और बिजली का उत्पादन बढ़ा है।

ऊर्जा के क्षेत्र में भी भारत की महत्त्वपूर्ण उपलब्धयाँ हैं। खनिज तेल के कई विशाल क्षेत्र उपलब्ध हो चुके हैं, और आशा ऐसी है कि कुछ दिनों में खनिज तेल के लिए हमें विदेशों का मुँह नहीं ताकना पड़ेगा।

लड़ाकू विमान युद्धपीत, पनडुब्बी, विविध प्रक्षेपास्त्र, विमान भेदी तोपें तथा टैंक आदि विविध युद्ध सामग्री अब हमारे देश में बनती हैं, विगत दो युद्धों में हमारे नेट विमानों, युद्धपोतों तथा प्रक्षेपास्त्रों ने अमेरिका और फ्रांस में बने लड़ाकू विमानों तथा टैंकों की जो द्र्दशा की उसे देखकर अमेरिका और फ्रांस आदि देशों को भी अपनी अभेद्य युद्ध सामग्री के बारे में सोचना पड़ रहा है।

शक्ति के क्षेत्र में तो भारत की उन्नति को देखकर सारा संसार चकित है। राजस्थान और तारापुर में दो विशाल परमाणु बिजली घर संचालित हैं। यूरेनियम और थोरियम धातुओं को शुद्ध करने की भट्टियाँ भी चालू हो चुकी हैं।

परमाणु शक्ति के क्षेत्र में भारत की पहुँच ने उस दिन विश्व को आश्चर्य में डाल दिया जिस दिन राजस्थान के पोखरण स्थान पर भारत ने सफल नाभिकीय विस्फोट कर अणु परीक्षण किया, एक स्पूतनिक छोड़ा जो सफलता से आकाश में उड़ा और 20 मई 1975 ई० को अन्तरिक्ष में आर्यभट्ट का सफल परीक्षण किया। इसके पश्चात् अन्तरिक्ष विज्ञान में भारत ने कई सफल प्रक्षेपण किये हैं। इस दिशा में वह तेजी से आगे बढ़ रहा है।

भारत परमाणु शक्ति का उपयोग मानवसंहारी अस्त्रों के निर्माण पर न करके शान्तिपूर्ण रचनात्मक कार्यों के लिए करना चाहता है।

हमें आशा करनी चाहिए कि विश्वभर के वैज्ञानिक इस बात को समझेंगे और वे केवल शान्तिपूर्ण आविष्कारों पर बल देंगे ताकि विज्ञान मानव का अनुचर बनकर रहे, न कि वह मानव का स्वामी बन जाये।

यदि विज्ञान का प्रयोग अनुचित दिशा में किया गया तो विज्ञान पृथ्वी से मानव का अस्तित्व ही मिटा देगा।

इसलिए विज्ञान के विनाशकारी रूप का त्याग तथा शान्तिपूर्ण विकास-कार्यों के लिए ग्रहण करना ही मानव के लिए हितकर है।

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विज्ञान के चमत्कार पर निबंध-Wonder Of Science Essay In Hindi

विज्ञान के चमत्कार पर निबंध (wonder of science essay in hindi):.

science essay in hindi 150 words

भूमिका : आवश्यकता अविष्कार की जननी होती है। अनादी काल से ही मनुष्य को जिन-जिन चीजों की जरूरत होती गई है उन्हें पाने के लिए वह खोज करता रहता है। इन्हीं नये तरीकों और आविष्कारों ने विज्ञान को जन्म दिया है। जिसका फल यह हुआ है कि आज विज्ञान की इतनी प्रगति हुई है कि इसको चमत्कार कहना अत्युक्ति होगी क्योंकि विज्ञान ने ही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आश्चर्यजनक अविष्कार करके एक चमत्कार उत्पन्न कर दिया है।

रोज में होने वाले वैज्ञानिक आविष्कार संसार में नूतन क्रांति कर रहे हैं। आज विज्ञान के कारण हमारे कठिन काम को बहुत ही आसानी से पूरा किया जा सकता है। आज विज्ञान के इतने अविष्कारों के कारण मानव इतना मजबूत हो गया है कि वह दुनिया के हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है।

विज्ञान की तकनीक की वजह से आज के मानव ने दुनियाभर की चीजों पर काबू पा लिया है। विज्ञान की मदद से हम एक गृह से दूसरे गृह पर बहुत ही आसानी से जा सकते हैं। विज्ञान की मदद से हम समुद्र में भी साँस ले सकते हैं। आज के समय में विज्ञान के बढ़ते अविष्कार की वजह से ही मानव चंद्रमा और मंगल जैसे गृहों पर रहने के लिए बहुत सी योजनायें बना रहा है। पुरातन काल की असंभव चीज को आज विज्ञान के द्वारा संभव किया जा चुका है।

विज्ञान का अर्थ : विज्ञान दो शब्दों से मिलकर बना है- वि+ज्ञान। जिसमें वि उपसर्ग लगा है। वि का अर्थ होता है विशेष, अथार्त दुनिया का विशेष ज्ञान। विशेष ज्ञान वह होता है जो किसी भी कल्पना और अंधविश्वास पर नहीं टिका होता है। विज्ञान किसी संभावना को उस समय तक स्वीकार नहीं करता है जब तक कि कोई कारण बुद्धि के सामने प्रत्यक्ष रूप से न आ जाए। विश्वसनीय सिर्फ वही होता है जिसका प्रयोगात्मक अध्धयन संभव हो। प्रयोग पर प्रमाणिकता का सिद्ध होना इसकी सबसे बड़ी कसौटी है।

वरदान के रूप में : विज्ञान ने जितनी प्रगति इस शताब्दी में की है उतनी उससे पहले नहीं की थी। इस शताब्दी में तो विज्ञान ने हर क्षेत्र में अपने वरदान को सिद्ध किया है। विज्ञान ने फ़्रांस, जापान, जर्मनी, इंग्लैण्ड, रूस, अमेरिका आदि देशों के विभिन्न क्षेत्रों में बहुत ही आश्चर्यजनक आविष्कार करके खुद को उन्नति के शिखर पर पहुंचा दिया है।

1. यातायात के क्षेत्र में : जिस क्षेत्र की यात्रा को करने में मनुष्य दिनों व महीनों को लगाता था आज के समय में उस यात्रा को घंटों में ही पूरा कर लेता है। मोटर कार, हवाई जहाज, रेलगाड़ी, बस, पानी के जहाज, हैलिकोप्टर आदि सभी यातायात के प्रमुख साधन हैं। इन साधनों ने सारे संसार को सीमित करके एक धागे में बांध दिया है। आज के समय में सारा संसार एक राष्ट्र-सा लगने लगा है।

आज विज्ञान यातायात के क्षेत्र में दिन दूनी और रात चौगुनी तरक्की कर रहा है। जहाँ पर पहले आम लोगों के लिए ज्यादा किराया होने की वजह से हवाई यात्रा एक सपना हुआ करता था। आज के समय में बदलते दौर के साथ आम लोग भी हवाई यात्रा का किराया दे पाते हैं और हवाई यात्रा का आनंद भी ले पाते हैं। पिछले दस सालों में लगभग हर घर में कार और मोटरसाईकिल पहुंच गयी है जो केवल विज्ञान की प्रगति की वजह से संभव हो पाया है।

2. शक्ति साधनों के क्षेत्र में : प्राचीनकाल में मनुष्य केवल शक्ति अथवा पशु शक्ति से ही अपने सारे कामों को पूरा करता था। आज के समय में विज्ञान ने मनुष्य को भाप, खनिज, तेल, कोयला, व बिजली को असीमित शक्ति के रूप में प्रदान किया है। बिजली के आविष्कारों ने चारों तरफ चकाचौंध कर दिया है। बिजली एक तरफ तो हमें शक्ति देती है तो दूसरी तरफ रौशनी देकर रात को दिन की तरह बना देती है। आज के समय में बिजली ने मनुष्य का बहुत कल्याण किया है। भोजन, चाय, वस्त्र, प्रक्षालन, भवन की सफाई आदि सभी काम बिजली की मदद से पूरे हो जाते हैं।

3. चिकित्सा के क्षेत्र में : आज का विज्ञान इतना आगे बढ़ चुका है कि उसने अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ चिकित्सा के क्षेत्र में भी बहुत उन्नति की है। कुछ सालों पहले तक कैंसर एक बहुत ही बड़ी और जानलेवा बीमारी थी जिसे खत्म नहीं किया जा सकता था लेकिन आज विज्ञान ने इसे खत्म करने के लिए बहुत से तरीके खोज निकालें हैं।

विज्ञान ने चिकित्सा के क्षेत्र में मनुष्य को एक नूतन जीवन प्रदान किया है। जिन असाध्य रोगों और महामारियों को मनुष्य प्रकृति का प्रकोप और अभिशाप समझकर चुप लगा जाता था आज विज्ञान ने उन्हें दूर करने के लिए अनेक साधन उपलब्ध करा दिए हैं। हैजे, चेचक, प्लेग जैसी बिमारियों को विज्ञान ने जड़ से समाप्त करने के कई साधन उपलब्ध करा दिए हैं।

विज्ञान ने इंजैक्शन, एक्सरे, रेडियम और विद्युत् चिकित्सा ने एक मरे हुए इंसान में प्राण डाल दिए हैं। शल्य चिकित्सा द्वारा मनुष्य ने अद्भुत और आश्चर्यजनक सफलता को प्राप्त किया है। विज्ञान द्वारा रोगी के शरीर को चीरकर उस पर कृत्रिम अवयवों को जोडकर, एक बहुत ही अद्भुत उपचार किया है।

यह सभी विज्ञान के बढ़ते विकास के कारण ही संभव हो पाया है। चिकित्सा क्षेत्र में आइसोटोप का निर्माण मुम्बई से 15 मील दूर ट्राम्बे नामक स्थान में हो रहा है। आइसोटोप के द्वारा आज अनेक औषधियां बनने लगी हैं। परिवार नियोजन के क्षेत्र में भी विज्ञान उपयोगी सिद्ध हो रहा है।

4. संचार के क्षेत्र में : संचार के क्षेत्र में भी विज्ञान ने एक अद्भुत प्रगति की है। पहले जिस समाचार को एक स्थान से दुसरे स्थान तक पहुँचाने में दिन और महीने लगते थे लेकिन आज उस समाचार को पहुँचाने में मिनट या सेकेण्ड लगते हैं। संसार में किसी भी क्षेत्र में घटने वाली कोई भी घटना सारे संसार में बिजली की तरह फैल जाती है।

संचार के क्षेत्र में रेडियो और टेलीविजन ने एक अद्भुत सफलता प्राप्त की है। संसार के किसी भी क्षेत्र में घटने वाली घटना को रेडियो और टेलीविजन द्वारा प्रसारित किया जाता है। वैश्वीकरण के इस दौर में दुनिया की खबर को हम घर बैठे अपने मोबाईल फोन से प्राप्त कर सकते हैं। फेसबुक, ट्विटर, वाट्सऐप के सहारे हम अपने संगे संबंधियों से कोशों दूर रहकर भी उनसे 24 घंटे में जुड़ जाते हैं।

5. औजारों के क्षेत्र में : आधुनिक युग में टॉप बम्ब, टैंक, प्रक्षेपास्त्रों के द्वारा युद्ध किया जाता है। बमवर्षक विमानों ने युद्ध में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अंतरमहाद्वीपीय प्रक्षेपास्त्र जिनकी मार 10000 किलोमीटर तक है संसार को पूर्ण विनाश की तरफ ले जा रही है। बहुत से देशों जैसे- रूस, अमेरिका, चीन, ब्रिटेन आदि ने इस दिशा में प्रचूर प्रगति की है।

आज के समय में अणु बम्ब, उद्जन बम्ब ये सभी विनाश के ही पर्याय हैं। अणु शक्ति का विकास विज्ञान का महत्वपूर्ण चमत्कार है। अणु शक्ति को यदि विनाश की जगह पर रचना की तरफ लगाया जाए तो इससे मानव जाति को बहुत बड़ा लाभ होगा। रेगिस्तान को हरे-भरे खेतों में बदला जा सकता है। बनावटी वर्षा की जा सकती है। गर्मी और सर्दी को उत्पन्न किया जा सकता है। परमाणु शक्ति से उत्पन्न बिजली बहुत ही सस्ती पड़ेगी।

6. मनोरंजन के क्षेत्र में : मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान ने अपना बहुत योगदान दिया है। मनोरंजन करना मनुष्य की स्वाभाविक प्रकृति होती है। विज्ञान की प्रगति के साथ मनोरंजन के साधनों में भी प्रगति हुई है। चलचित्र, वीडियो, दूरदर्शन, खेल आदि सभी मनोरंजन के आधुनिक और वैज्ञानिक साधन हैं। आज के समय का मनुष्य घर पर बैठे दूरदर्शन पर फिल्म देखकर अपना भरपूर मनोरंजन कर लेता है।

7. औद्योगिक क्षेत्र में : विज्ञान ने सुख के उपयोग के लिए अनेक प्रकार की सामग्री जुटाई है। पहले लोग ऊन या फिर सूत के वस्त्र पहनते थे। लेकिन अब नाइलोन और टैरालीन के वस्त्र पहनते हैं। ये वस्त्र ज्यादा चलने वाले और ज्यादा चमकीले होते हैं। आज के विशाल कारखाने देखते-ही-देखते माल का ढेर लगा देते हैं। इन कारखानों में बहुत सी मशीने अपने-आप चलने वाली होती है। आज हमारे देश के इंजन, बिजली का सामान, टेलीफोन, मशीनें, खिलौने, जूते विदेशों में बहुत बड़ी संख्या में भेजे जाते हैं।

8. कृषि के क्षेत्र में : आज के समय में ऐसी मशीनें बन गई हैं जो जोतने, फसल काटने, अनाज तैयार करने आदि का काम करती हैं। कीटनाशक दवाईयों का छिडकाव करके फसलों को रोगों से बचाया जाता है। रासायनिक खाद से फसल दुगुनी-चौगुनी पैदा की जा सकती है।

अभिशाप के रूप में : किसी चीज की अधिकता भी नाश का एक प्रमुख कारण होती है। विज्ञान ने जितने भी साधन मनुष्य को उपलब्ध कराए हैं वो सभी उसके सुविधा के लिए ही उपलब्ध कराए गये हैं लेकिन अगर उनका उपयोग गलत ढंग से और ज्यादा किया जायेगा तो वे हमारे लिए घटक सिद्ध होते हैं।

यातायात के साधनों ने जहाँ पर मनुष्य के समय की बचत की है तो वहीं पर उससे अनेक दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं। हम अक्सर सुनते रहते हैं कि विमान, रेलगाड़ी, बसों की दुर्घटना में हजारों व्यक्ति एक ही पल में मौत को प्राप्त हो गये। आज के समय में इन साधनों ने मानव जीवन को बिलकुल क्षणिक बना दिया है।

बिजली ने आज के मनुष्य को गुलाम बना लिया है। हर दैनिक काम बिजली से ही समाप्त होता है। थोड़ी-सी असावधानी से ही बहुत बड़ी दुर्घटना हो जाती है। वैज्ञानिक प्रगति का एक सबसे बड़ा अभिशाप अत्याधुनिक अस्त्र-शस्त्रों का आविष्कार है। प्राचीनकाल के युद्धों में केवल सेना को नुकसान पहुंचाया जाता था लेकिन आज ऐसे शस्त्रों का निर्माण किया गया है जिनकी वजह से अबोध जनता, पशु-पक्षी, सारा प्राणी जगत ही मृत्यु को प्राप्त हो जाता है।

उपसंहार : विज्ञान के नित नए आविष्कार हमारे जीवन में प्रतिदिन चमत्कार उत्पन्न कर रहे हैं। हर दिन एक नई खोज , नए उत्पाद से हमारा परिचय हो रहा है जो हमारे जटिल जीवन को सरल बना रहे हैं। विज्ञान हमारे लिए वरदान भी होता है तो अभिशाप भी होता है।

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विज्ञान के वरदान पर निबंध | Essays on the Gift of Science in Hindi

science essay in hindi 150 words

विज्ञान के वरदान पर निबंध | Essays on the Gift of Science in Hindi!

इस सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा, पालन कर्त्ता विष्णु और संहारक शिव हैं । लेकिन मानव के नए-नए आविष्कारों को देखकर ऐसा लगता है इन तीनों महाशक्तियों को मानव ने अपने हाथों की कठपुतली बना लिया है । परखनली में शिशु को जन्म देकर ब्रह्मा को चौंका दिया ।

नए-नए उद्योग, कारखाने और कम्पनियां लगाकर वह मानव का पालन कर रहा है परमाणु बम का निर्माण कर सृष्टि का संहार कर सकता है । जैसे अमरीका ने जापान पर परमाणु बम गिराकर नरसंहार की एक झलक दिखाई ।

विज्ञान पृथ्वी के लिए कामधेनु है जिसके द्वारा बहरा सुन सकता है, अन्धों को आखें दी जा सकती हैं, कृत्रिम पैर लगाकर मानव न केवल चल ही सकता है बल्कि अपना लक्ष्य भी प्राप्त कर सकता है । जैसे बिना पैरों के सुधा रमन्नन ने नृत्य जगत में धूम मचा दी ।

मानव अपनी आवश्यकताओं के लिए नए-नए आविष्कार करता रहा है और कर रहा है । मोटर साइकिल, हवाई जहाज, कार, रेलगाड़ी का निर्माण किया जिससे घंटों की यात्रा मिनटों में हो जाती है । बेतार के तार टेलीफोन को बनाना जिसके द्वारा हम देश और विदेश दोनों जगह वार्तालाप कर सकते हैं ।

ADVERTISEMENTS:

जीवन को संगीतमय बनाने के लिएदूरदर्शन, रेडियो, टेप रिर्काडर बनाए । पैन, पेंसिल बनाकर लेखन कला को समृद्ध किया । पानी से बिजली बनाकर अमावस्या की रात को पूर्णिमा में बदल दिया । गूंगे, बहरे और अन्धों के लिए उनके अनुरूप यन्त्रों का आविष्कार किया, जिससे वह सामान्य जीवन व्यतीत कर सके ।

एक्स-रे का निर्माण कर मानव ने भीतरी अंगों के चित्र लिए । गर्मी को दूर करने के लिए कूलर, पंखे और सर्दी को दूर करने के लिए हीटर बनाए । देश और विदेश की जानकारी प्राप्त करने के लिए टेलीविजन बनाया जिसे न केवल सुना जा सकता है अपितु देख भी सकते हैं । खेती के लिए नए-नए तरीके और औजार बनाए, गैस चालित चूल्हों का निर्माण किया ।

कपड़े धोने की मशीन, जल निकासी के लिए जमीन के भीतर नालियां, कीट-पतंगों के नाश के लिए जहरीली दवाएं, स्वास्थ्यवर्धक इंजैक्शन, हृदय रोपण, शल्य-चिकित्सा, प्लास्टिक सर्जरी, कपड़े सीने की मशीन, गेहूं पीसने की मशीन, कम्प्यूटर, फैक्स, इलैक्ट्रोस्ट्रेट मशीन, कैमरा जैसी मानवोपयोगी वस्तुएं बनाईं । हर मौसम के फलों और सब्जियों को सुरक्षित रखकर प्रकृति को अपना दास बनाया ।

विज्ञान के जहाँ अनेक लाभ हैं वहाँ हानियाँ भी हैं । यातायात की दुर्घटनाओं को बढ़ना, एक देश का दूसरे देश के साथ हथियार लेकर लड़ना, ज्वलनशील पदार्थ फेंकना, बम के द्वारा नुकसान पहुँचाना । परमाणु बम का भय दिखाकर छोटे देशों को दबाना । सभी कार्य मशीनों द्वारा होने से मानव निकम्मा और आलसी हो गया हैं ।

दस व्यक्तियों का काम एक अकेली मशीन के द्वारा होने से बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो गई । घरेलू गैस का तनिक भी असावधानी से प्रयोग होने पर भयंकर विस्फोट को होना आम बात है । विज्ञान ‘अलादीन के चिराग’ की तरह मानव की आवश्यकताओं की पूर्ति करता है । सभी क्षेत्रों में अपनी विजय पताका लहरा रहा है । यह मानव के ऊपर है कि वह किस तरह इसका उपयोग करता है । विज्ञान केवल तब तक वरदान है जब तक हम उसका सही उपयोग करें अन्यथा अभिशाप ।

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विज्ञान के चमत्कार पर निबंध Wonder Of Science Essay In Hindi

नमस्कार आज हम विज्ञान के चमत्कार पर निबंध Wonder Of Science Essay In Hindi पढ़ेगे. विज्ञान ने हमें क्या नही दिया, उनके बढ़ते कदम चमत्कारों के कारण साइंस ने हमारे जीवन को सुखमय बना दिया हैं.

विज्ञान की प्रगति ने कई ऐसे चमत्कारों को जन्म दिया है, जिन्हें आज हम विज्ञान का चमत्कार निबंध (Miracle of Science) में पढ़ेगे.  100, 200, 300, 400, 500, 1000 शब्दों में हिंदी निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9,10 के स्टूडेंट्स के लिए सरल भाषा में यहाँ उपलब्ध करवा रहे हैं. चलिए आरम्भ करते हैं.

विज्ञान के चमत्कार पर निबंध-Wonder Of Science Essay In Hindi

Wonder Of Science Essay In Hindi

विज्ञान का चमत्कार एस्से इन हिंदी 1

प्रस्तावना-  आज विज्ञान ने ऐसे अनेक आविष्कार कर दिए हैं जिनसे जीवन का प्रत्येक कार्य आसान हो गया हैं. इतना ही नही आज प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान का ही साम्राज्य है, यही कारण है कि हूम इस युग को पूर्ण रूप से विज्ञान का युग कहते हैं.

विज्ञान का चमत्कार मानव जीवन में – वर्तमान में विज्ञान ने अलग अलग क्षेत्रों में अनेक चमत्कार किये हैं. विज्ञान ने यातायात के साधनों का निर्माण कर स्थानों की दूरी पर विजय पा ली हैं.

राकेट का निर्माण करके अंतरिक्ष यात्रा आसान कर दी हैं. संदेश भेजने के क्षेत्र में अनेक चमत्कार दिखाई देते हैं. टेलीफोन, मोबाइल, इंटरनेट, टेलीविजन, रेडियो आदि.

चिकित्सा के क्षेत्र में  विज्ञान ने अनेक चमत्कार किये हैं. अब असाध्य रोगों का ईलाज संभव हैं तथा स्वचालित उपकरणों से शरीर के अंदर शल्य क्रिया होने लगी हैं. परखनली से बच्चे जन्म लेने लगे हैं. कंप्यूटर विज्ञान का सबसे बड़ा चमत्कार हैं.

इसे मनुष्य का दस हजार गुना अधिक शक्तिशाली मस्तिष्क कहा जाने लगा हैं. मनोरंजन के साधनों में सिनेमा ग्रामोफोन गेम्स आदि अनेक साधन बन गये हैं.

इसी प्रकार घरों में काम आने वाले कूलर फ्रिज एयरकंडिशनर पंखे आटा पिसाई मशीन मिक्सर जूसर गीजर रूम हीटर आदि अनेक उपकरण बन गये हैं.

विज्ञान से लाभ व हानि – विज्ञान ने अनेक चमत्कारी आविष्कार कर अपनी शक्ति से प्रकृति पर विजय प्राप्त कर ली हैं. परन्तु परमाणु शक्ति के आविष्कार से विज्ञान ने मानव सभ्यता के विनाश का रास्ता खोल दिया हैं.

घरों में रसोई घर से लेकर किसान के खेत खलिहान तक अनेक उपकरण काम में आ रहे हैं. इसे काम शीघ्रता से हो रहा हैं. ये सब चमत्कार विज्ञान की लाभकारी देन है परन्तु विज्ञान ने कुछ आविष्कार ऐसे कर दियें हैं जिससे हानि भी हो रही हैं.

कई नयें आविष्कारों से असाध्य रोग फ़ैल रहे हैं. तथा धरती का तापमान व पर्यावरण भी इन चमत्कारों से प्रभावित हो रहा हैं. 

उपसंहार – विज्ञान के चमत्कारों से लाभ और हानि दोनों ही हैं, हमे यह तो मानना पड़ेगा कि आज का जीवन पूरी तरह विज्ञान पर ही निर्भर हैं.

वैज्ञानिक साधनों के बिना आज का मानव एक घंटे भी शांति और चैन से नही रह सकता हैं. हमें चाहिए कि हम विज्ञान का उपयोग मानव कल्याण के लिए करे तो यह विज्ञान हमारे लिए वरदान बन जाएगा.

विज्ञान के चमत्कार निबंध 2 (Wonder Of Science)

प्रस्तावना- आधुनिक युग विज्ञान की आश्चर्यजनक प्रगति का युग हैं. विज्ञान आज मानव जीवन में घुल मिलकर इसका अनिवार्य अंग बन गया हैं. ऐसी स्थिति में यह विचारणीय प्रश्न उत्पन्न हो गया हैं. कि क्या विज्ञान मानव समाज को लाभान्वित कर रहा हैं अथवा पतन के गर्त की ओर ले जा रहा हैं.

आधुनिक युग के समाजशास्त्री, दार्शनिक तथा साहित्यकार इन विशिष्ट प्रश्नों के सही उत्तर ढूढने में संलग्न हैं. कई बुद्धिजीवियों की राय हैं कि विज्ञान मानव की मानवता को नष्ट कर रहा हैं. जबकि अन्य विद्वान् चिंतक विज्ञान की मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हैं.

विज्ञान का अभूतपूर्व विकास – बीसवीं शताब्दी में विज्ञान ने अभूतपूर्व उन्नति की हैं. जहाँ आज से सौ वर्ष पहले मनुष्य बैल गाड़ियों और घोड़ों पर बैठकर यात्रा करता था और सौ मील की यात्रा करने में उसके कई दिन निकल जाते थे तथा परिश्रम और थकान के मारे उसका कचूमर निकल जाता था,

वहां आज सैकड़ों मील की यात्रा वह चुटकियों में तय कर लेता हैं. विज्ञान के द्वारा प्रदत्त सुविधाओं से वह सैकड़ो मील दूर के द्रश्य देख लेता हैं. तथा मीलों दूर बैठे व्यक्ति से वार्तालाप कर सकता हैं.

यातायात के साधनों, दैनिक सुख सुविधा की वस्तुओं, यांत्रिक साधनों तथा अनेक स्वचालित मशीनों आदि के आविष्कार से विज्ञान का आश्चर्यजनक विकास हुआ हैं.

विज्ञान मानव के लिए वरदान – विज्ञान से मानव को जितना लाभ हुआ है उतना उसे प्राचीन युग में ईश्वर आराधना या धर्माचरण से नहीं हुआ था. विज्ञान से समाज और व्यक्ति दोनों समान रूप से उपकृत हुए हैं.

व्यक्ति का जीवन पग पग में सरल और उच्च स्तरीय बन गया हैं. आज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान ने इतने साधन उपलब्ध करा दिए हैं कि अब कोई काम असम्भव नहीं रह गया हैं. इसलिए विज्ञान अब मानव के लिए वरदान ही हैं.

विज्ञान मानव के लिए अभिशाप- लेकिन साथ ही विज्ञान ने मनुष्य के महत्व और कार्यक्षेत्र का अमित विस्तार करके उसे बहुत ज्यादा व्यस्त बना दिया हैं. आज आदमी का जीवन एकदम नीरस और यंत्र जैसा बन गया हैं.

भौतिकता बढ़ रही हैं. पर्यावरण प्रदूषित हो रहा हैं तथा विनाशकारी परमाणु हथियारों के आविष्कार से मानव जाति के समूल विनाश का भय उपस्थित हो गया हैं. अतः विज्ञान का अतिभौतिकतावादी प्रयोग मानवता के लिए अभिशाप बन गया हैं.

समाधान- अतः यह आवश्यक यह है कि विज्ञान को व्यक्ति मानवीय दृष्टि से अपनाएं. संसार में मानव हित का स्थान सर्वोपरि हैं. विज्ञान हमारी सुविधा के लिए हैं. हम विज्ञान की सुविधा के लिए नहीं हैं.

अतः विज्ञान के द्वारा प्रदत्त सुविधाओं का महत्व तभी है, जब मनुष्य की मनुष्यता सुरक्षित रहे, वह अमानवीय न बन जाए तथा उसकी आत्मा सूखे नाले की तरह नीरस न हो जाए.

उपसंहार- विज्ञान को अभिशाप से वरदान बनाने का उत्तरदायित्व बुद्धिमान और विवेकशील लोगों पर हैं. इसलिए विज्ञान के सुपरिणामों को सही रूप में प्राप्त करने के लिए यह अनिवार्य हैं कि लोगों को सही रूप में शिक्षा प्रदान कर उनमें वैज्ञानिक समझदारी बढ़ाई जाए. विज्ञान मानव जाति के लिए वरदान सिद्ध हो, हमें इस दिशा में सचेत रहना चाहिए.

विज्ञान के चमत्कार निबंध 3

आज हमारा जीवन कितना सुखी हैं. हमारे कमरे जाड़े में गर्म और गर्मी में ठंडे रहते हैं. पलक झपकते ही हमें हजारों मील दूर के समाचार घर बैठे मिल जाते हैं.

हमारी राते अब दिन जैसी जगमगाती हैं. हमारे घर के भीतर ही रेडियों टेलीविजन हमारा मन बहलाते हैं. यह सब किसकी देन हैं ? एकमात्र उत्तर हैं विज्ञान की.

विज्ञान और उसके चमत्कार- मनुष्य ने जब धरती पर जन्म लिया तो उसके चारो ओर की प्रकृति का कोई ज्ञान नही था. वह अपनी आवश्यकता के अनुसार सभी वस्तुओं का उपभोग करने लगा.

धीरे धीरे उसका ज्ञान भी बढ़ता गया. आज वह विज्ञान के बल पर सम्पूर्ण प्रकृति का स्वामी बन गया हैं. उसने और उसके विज्ञान ने जीवन के हर क्षेत्र में चमत्कार दिखाया हैं.

ज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार – हमारी पुस्तकें, कापियां और लेखन सामग्री मशीनों से तैयार होती हैं. आज आकाशवाणी और दूरदर्शन द्वारा भी शिक्षा दी जा रही हैं.

कृषि और उद्योग के क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार – आजकल विज्ञान ने हमारी कृषि की उपज कई गुना बढ़ा दी हैं. अच्छे बीजों, रासायनिक खादों और कृषि यंत्रों की सहायता से अब खेती सरल हो गई हैं.

और लाभदायक भी. आजकल हमारे सभी उद्योग मशीनों पर आधारित हैं. कहीं कहीं तो सारा काम मशीने करने लगी हैं. मनुष्य केवल उनके काम को देखते हैं.

समाचार और यातायात के क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार – विज्ञान ने रेल यात्रा जैसे कठिन काम को आसान कर दिया हैं. रेलगाड़ी तथा वायुयान द्वारा लम्बी दूरियां भी थोड़ी सी देर में तय की जा सकती हैं.

दिल्ली शहर में भीड़ के बढ़ते हुए दवाब के कारण जमीन के नीचे तथा ऊपर मेट्रों ट्रेन चलाकर यातायात को सुगम बनाया गया हैं. टेलीफोन तथा ईमेल द्वारा समाचार भेजना अब कितना सरल हो गया हैं. रेडियों तथा दूरदर्शन के माध्यम से हम देश विदेश के समाचार क्षण मात्र में जान लेते हैं.

मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान का चमत्कार – हमारा विज्ञान मन बहलाने में भी पीछे नही हैं. रेडियो, टेप रिकॉर्डर टेलीविजन आदि अनेक साधनों से वह हमारा मनोरंजन करता हैं.

चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान की प्रगति – आज रोगी के शरीर का भीतरी हाल जानने के लिए एक्सरे से भी अच्छी मशीने हमे प्राप्त हैं. हर बिमारी की अच्छी से अच्छी दवा की खोज की जा रही हैं. ओपरेशन के द्वारा शरीर के अंगों को भी बदला जा रहा हैं. लेजर किरणों से बिना चीर फाड़ के ओपरेशन भी होने लगे हैं.

युद्ध के क्षेत्र में विज्ञान के बढ़ते कदम – आज हम राडार की सहायता से शत्रु के हवाई आक्रमण की जानकारी पहले से कर सकते हैं. ऐसे अस्त्र भी बन गये हैं

जिनसे शत्रु के लड़ाकू विमान को जमीन पर बैठे हुए भी गिरा सकते हैं. निकट भविष्य में सैनिकों के स्थान पर रोबोट के द्वारा युद्ध लड़े जाने की संभावना को साकार करने में वैज्ञानिक लगे हुए हैं.

अन्य क्षेत्रों में विज्ञान का विकास- कैलकुलेटर गणित के कठिन से कठिन प्रश्न को एक क्षण में हल कर देता हैं. कम्प्यूटर तो हमारे दिमाग के समान ही सोचने समझने और निष्कर्ष निकालने का काम करते हैं.

उपसंहार – विज्ञान एक सेवक के समान हमारे काम करता हैं और हमें आराम देता हैं. वह हमे किसी भी ऋतु में कष्ट नही होने देता. किन्तु कभी कभी युद्ध के रूप में विनाश भी करता हैं. इसलिए हमें विज्ञान का प्रयोग सोच समझकर ही करना चाहिए.

विज्ञान के चमत्कार निबंध 4

विज्ञान का युग है. आज सारे संसार में वैज्ञानिक अविष्कारों एवं अनुसन्धानों की धूम मची हुई है. विज्ञान ने आधुनिक युग में क्रांति पैदा कर दी है. इसके द्वारा ऐसी ऐसी चीजो का आविष्कार हो रहा है.

जिनकी पहले तक कोई कल्पना तक नही कर सकता था. आज मानव जीवन और समस्त प्रकृति का कोई क्षेत्र विज्ञान से अछूता नही है,सारा संसार इसके चमत्कारों से पूर्ण है.

विज्ञान के विविध चमत्कार- विज्ञान ने अनेक क्षेत्रों में विविध चमत्कार किये है यथा-

यातायात के तीव्रगामी साधनों का विकास- इसने यातायात के तीव्रगामी साधनों का आविष्कार किया. कार, स्कूटर, मोटर, रेल, वायुयान की तो क्या कहे, विज्ञान ने दुसरें ग्रहों की यात्रा करने वाले रोकेटों का निर्मांण कर लिया है. ये तीव्रगामी वाले राकेट कुछ ही मिनटों में पृथ्वी की कक्षा से जाकर उपग्रहों का प्रक्षेपण कर देते है.

संदेश-वाहन, समाचार सम्प्रेष्ण एवं शिक्षा मनोरंजन के क्षेत्र में विज्ञान के चमत्कार- संदेश वाहन तथा समाचार सम्प्रेष्ण के क्षेत्र में रेडियों, टेलीफोन, टेलीप्रिंटर, टेलेक्स, बेतार के तार, फैक्स आदि अनेक यंत्रो के निर्माण से अब क्षणभर में संसार के समाचार ज्ञात हो जाते है.

टेलीविजन, विडियो गेम आदि के आमोद प्रमोद एवं शिक्षा प्रचार हो रहा है. सिनेमा भी विज्ञान का अनौखा चमत्कार है. कंप्यूटर  आधुनिक मानव का बहुपयोगी आविष्कार है.

चिकित्सा के क्षेत्र में चमत्कार- चिकित्सा के क्षेत्र में भी कंप्यूटर ने चमत्कार दिखाए है. अब अनेक नई नई मशीनों की सहायता से असाध्य बीमारियों का इलाज आसानी से होने लगा है.

अन्य आविष्कार- इसी प्रकार खेलकूद के साधनों और घर गृहस्थी के काम आने वाले साधनों के निर्माण में विज्ञान ने अनेक चमत्कारिक आविष्कार किये है.

विज्ञान के चमत्कारों से लाभ (Benefits from the wonders of science)

विज्ञान के विविध अविष्कारों से अब यातायात की सुविधा हो गई है. और एक स्थान से दूसरे स्थान पर सरलता से पंहुचा जा सकता है. संसार भर के समाचार न केवल सुन सकते है, आपितु टेलीविजन पर उनके द्रश्य देख भी सकते है.

असाध्य रोगों का इलाज आसान होने से आदमी की आयुदर बढ़ गई है. मुद्रण यंत्रो के कारण शिक्षा क्षेत्र लाभान्वित हो रहा है. इस प्रकार विज्ञान के चमत्कारों से अनेक लाभ है.

आज के युग में विज्ञान के चमत्कारों का लाभ सभी को मिलने लगा है. परन्तु परमाणु शक्ति के आविष्कार से मानव सभ्यता के विनाश की भी आशंका होने लगी है. अतएवं विज्ञान का उपयोग सदा मानव हित में ही करना चाहिए.

हम अपने आस पास मानव निर्मित जिन चीजों को देखते हैं, वे विज्ञान के बल पर ही आकार पाने में सफल हो पाई हैं. सड़क पर चलती साईकिल हो या दूर गगन को भेदता हवाई जहाज सभी विज्ञान के आविष्कार हैं यह बात अलग हैं की जिस तरह  सिक्के के दो पहलू होते हैं. उसी तरह यह व्यक्ति पर निर्भर करता हैं की वह विज्ञान को सृजनात्मक माने या विध्वंसात्मक.

इसमें कोई शक नहीं हैं की विज्ञान से यदि हमें लाभ हुआ हैं तो इसके कुपरिणाम को भी भुगतना पड़ा हैं. लिहाजा इस बात का निर्णय करना थोडा कठिन हैं की विज्ञान वरदान हैं या अभिशाप. कई मामलों में यह वरदान साबित हुआ हैं तो कई मामलों में यह अभिशाप भी साबित हो रहा हैं. आइये विज्ञान के दोनों पहलुओं को जानते हैं.

विज्ञान ने मानव जीवन को सुगम और सुखद बना दिया हैं. पहले लम्बी दूरी की यात्रा करना मनुष्य के लिए अति कष्टदायी होता था. अब विज्ञान ने मनुष्य की हर प्रकार की यात्रा को सुखमय बना दिया हैं. सड़को पर दौड़ती मोटरगाड़ियाँ एवं एयरपोर्ट पर लोगों की भीड़ इसका उदहारण हैं.

पहले मनुष्य के पास मनोरंजन के लिए विशेष साधन उपलब्ध नहीं थे. अब उनके पास मनोरंजन के हर प्रकार के साधन उपलब्ध हैं. रेडियो, टेप रिकॉर्डर से आगे बढ़कर अब एलसीडी, वीसीडी एवं डीटीएच का जमाना आ गया हैं. यहीं नहीं मनुष्य विज्ञान की सहायता से शारीरिक कमजोरियों एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं से पार पाने में पहले से अधिक सक्षम हो गया हैं.

और यह सब संभव हुआ चिकित्सा क्षेत्र में आई वैज्ञानिक क्रांति से, अब ऐसी असाध्य बीमारियों का ईलाज भी सम्भव हैं जिन्हें पहले लायलाज समझा जाता था. अब टीबी सहित कैंसर जैसी खतरनाक बिमारी को शुरूआती स्तर से ही खत्म करना संभव हुआ हैं. आज के हर हाथ में मोबाइल का दिखना भी विज्ञान के सर्वश्रेष्ठ उदहारण हैं.

खैर कुछ लोग कहते हैं कि विज्ञान ने आदमी को मशीन बना दिया हैं. यह कहना उचित नहीं हैं. मशीनों का अविष्कार मनुष्य ने अपनी सुख सुविधा के लिए किया हैं. यदि मशीनें नहीं होतीं, तो मनुष्य इतनी तेजी से प्रगति नहीं कर पाता एवं उनका जीवन तमाम तरह के झंझावतों के बीच ही गुम होकर रह जाता. मशीनों से मनुष्य को लाभ हुआ हैं.

यदि उसे भौतिक सुख सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं. तो उसमें मशीनों का योगदान प्रमुख हैं. मशीनों को कार्यान्वित करने के लिए मनुष्य को उन्हें परिचालित करना पड़ता हैं. इस कार्य में उसे अधिक परिश्रम करना नहीं पड़ता. यदि कोई व्यक्ति मशीन के बिना कार्य करे तो उसे अधिक परिश्रम करने की आवश्यकता पड़ेगी.

इस दृष्टि से देखा जाए तो मशीनों के कारण मनुष्य का जीवन यंत्रवत नहीं हुआ हैं. बल्कि उसके लिए हर प्रकार का कार्य करना सरल हो गया हैं.

यह विज्ञान का वरदान ही हैं की अब डेबिट क्रेडिट कार्ड के रूप में लोगों के पर्स में प्लास्टिक मनी आ गई हैं एवं वह भी चाहे, रूपये निकाल सकता हैं. रूपये निकालने के लिए अब घंटों लाइन में लगने की जरूरत नहीं हैं.

बहरहाल मशीन का आविष्कार मनुष्य ने अपने कार्यों को आसान बनाने के लिए किया था, किन्तु कोई भी मशीन मनुष्य के बिना अधूरी हैं. जैसे जैसे मनुष्य वैज्ञानिक प्रगति करता जा रहा हैं.

उसकी मशीनों पर निर्भरता बढ़ती जा रही हैं. फलतः मशीनों को चलाने के लिए उसे यंत्रवत उसके साथ व्यस्त रहना पड़ता हैं. आधुनिक मनुष्य भौतिक सुख सुविधाओं को प्राथमिकता देता हैं. इसके लिए वह दिन रात परिश्रम करता रहता हैं.

वह चाहता हैं की उसके पास गाड़ी, बंगला, ऐशोआराम की सभी चीजे हो, इसके लिए वह अपने सुख चैन को भी त्याग देता हैं. और उसे बस एक ही धुन रहती है काम, काम और सिर्फ काम.

इस काम के चक्कर में उसने अपनी जीवन शैली अत्यंत व्यस्त बना ली हैं. खासकर शहरों के लोगों में यह आम दीखता हैं. मनुष्य ने अपने लिए रोबोट का भी आविष्कार कर लिया है. फिर भी उसकी आवश्यकता कम नहीं हुई हैं. वह दिन रात अन्तरिक्ष के रहस्यों को जानने के लिए परिश्रम कर रहा हैं.

कहते हैं दुनियां की किसी भी चीज का दुरूपयोग बुरा होता हैं. विज्ञान के मामले में भी ऐसा ही हैं. विज्ञान का यदि दुरूपयोग किया जाए तो इसका परिणाम भी बुरा होगा.

इस दृष्टिकोण से देखा जाए तो विज्ञान का सहयोग मनुष्य के लिए एक अभिशाप के रूप में सामने आया हैं. विज्ञान की सहायता से मानव ने घातक हथियारों का आविष्कार किया हैं. ये हथियार पूरी मानव सभ्यता का विनाश करने में सक्षम हैं.

द्वितीय विश्व युद्ध के समय इनके प्रयोग से मानव को जो क्षति हुई, उसकी पूर्ति असम्भव हैं. विज्ञान की सहायता से मनुष्य ने मशीनों का अविष्कार अपने सुख चैन के लिए किया, किन्तु अफ़सोस की बात यह हैं की मशीन के साथ साथ वह भी मशीन होता जा रहा हैं.

उसकी जीवन शैली भी अत्यंत व्यस्त हो गई हैं. विज्ञान की सहायता से मशीनों के अविष्कार के बाद छोटे छोटे एवं सामान्य कार्यों के लिए भी मशीनों की निर्भरता बढ़ी हैं.

एवं परिणामस्वरूप जो कार्य पहले मानव द्वारा किया जाता था, अब उसके लिए मशीनों से काम लिया जा रहा हैं, यही कारण हैं कि बेरोजगारी में वृद्धि हुई हैं. मशीनों के प्रयोग एवं पर्यावरण के दोहन के कारण पर्यावरण संतुलन बिगड़ गया हैं.

तथा प्रदूषण के कारण मनुष्य के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा हैं.यही नहीं विज्ञान की सहायता से प्रगति के लिए मनुष्य ने पृथ्वी पर मौजूद संसाधनों का व्यापक रूप से दोहन किया हैं जिसके कारण उसके लिए ऊर्जा संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई हैं.

विज्ञान के दुरूपयोग के कारण यह मनुष्य के लिए विध्वंसक अवश्य लगे किन्तु इसमें कोई संदेह नहीं कि इसके कारण मनुष्य का जीवन सुखमय हो सका हैं.

और आज हम जो प्रगति और विकास की बहार देख रहे हैं, यह विज्ञान के बल पर ही संभव हुआ हैं. इस तरह विज्ञान मानव के लिए सृजनात्मक/ वरदान ही साबित हुई हैं.

विज्ञान के दुरूपयोग के लिए विज्ञान को ही नही बल्कि मानव को भी दोषी ठहराया जाना चाहिए. विज्ञान कभी नहीं कहता कि उसका दुरूपयोग किया जाए.

इस तरह आज तक विज्ञान की सहायता से तैयार हथियारों के दुरूपयोग के लिए विज्ञान को विध्वंसात्मक कहना विज्ञान के साथ अन्याय करने के बराबर हैं. विज्ञान को अभिशाप बनाने के लिए मनुष्य दोषी हैं. अन्तः देखा जाए तो विज्ञान मनुष्य के लिए वरदान/ चमत्कार/ उपहार ही हैं.

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विज्ञान और तकनीकी पर निबंध (Science and Technology Essay in Hindi)

विज्ञान और तकनीकी

इस आधुनिक दुनिया में एक देश के लिए दूसरे देशों से मजबूत, ताकतवर और अच्छी तरह से विकसित होने के लिए विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में नए आविष्कार करना बहुत आवश्यक है। इस प्रतियोगी समाज में, हमें आगे बढ़ने और जीवन में सफल व्यक्ति बनने के लिए अधिक तकनीकों की जरूरत है। आज मनुष्य ने विज्ञान और तकनीकी में बहुत विकास कर लिया है। अब तकनीकी के बिना रह पाना नामुमकिन हो गया है। इसने हमारे जीवन को सरल, आसान और सुविधाजनक बना दिया है।

विज्ञान और तकनीकी पर बड़े तथा छोटे निबंध (Long and Short Essay on Science and Technology in Hindi, Vigyan aur Takniki par Nibandh Hindi mein)

विज्ञान और तकनीकी पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).

हम विज्ञान और तकनीकी के समय में रह रहे हैं। हम सभी का जीवन वैज्ञानिक आविष्कारों और आधुनिक समय की तकनीकों पर निर्भर है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी ने लोगों के जीवन को बड़े स्तर पर प्रभावित किया है। इसने जीवन को आसान, सरल और तेज बना दिया है। नए युग में, विज्ञान के विकास ने हमें बैलगाड़ी की सवारी से हवाई यात्रा की सुविधा तक पहुंचा दिया है।

विज्ञान और तकनीकी के प्रयोग

विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधुनिकरण के हर पहलू को प्रत्येक राष्ट्र में लागू किया गया है। जीवन के हरेक क्षेत्र को सही ढंग से संचालित करने और लगभग सभी समस्याओं को सुलझाने के लिए आधुनिक उपकरणों की खोज की गई है। इसे चिकित्सा, शिक्षा, बुनियादी ढांचा, ऊर्जा निर्माण, सूचना प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में लागू किए बिना सभी लाभों को प्राप्त करना संभव नहीं था।

विज्ञान और तकनीकी का महत्व

हम विज्ञान में प्रगति नहीं करते तो आज भी हमारा जीवन पहले की तरह दुष्कर और कठिन होता। नवीन आविष्कारों ने हमें बहुत लाभ पहुँचाया है। हमारे चारों तरफ अनेक तकनीकी मौजूद है। मोबाइल फोन, टीवी, कम्प्यूटर, इंटरनेट, ओवन, फ्रिज, वाशिंग मशीन, पानी निकालने वाली मोटर, मोटर साइकिल, जहाज, ट्रेन, बस, यातायात के साधन, सभी कुछ आधुनिक तकनीकी की सहायता से सम्भव हो सका है। नई तरह की दवाइयां, चिकित्सा उपकरणों की सहायता से अब जटिल रोगों का इलाज भी सम्भव हो गया है। इस तरह से हम कह सकते है कि आज के समय में आधुनिक तकनीकी के बिना हमारा जीवन भी संभव नही है।

देश के उचित विकास और वृद्धि के लिए, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के साथ-साथ चलना बहुत आवश्यक है। गाँव अब कस्बों के रुप में और कस्बे शहरों के रुप में विकसित हो रहे हैं और इस प्रकार से अर्थव्यवस्था के क्षेत्रों में भी काफी विकास देखने को मिला है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निबंध – 2 (400 शब्द)

समाज में विज्ञान और तकनीकी वाद-विवाद का विषय बन गए हैं। एक तरफ तो यह आधुनिक जीवन के लिए आवश्यक है, जहाँ अन्य देश तकनीकी और विज्ञान के क्षेत्र में निरंतर विकास कर रहे हैं, वहीं यह अन्य देशों के लिए भी आवश्यक हो जाता है कि, वे भी इसी तरह से भविष्य में सुरक्षा के लिए ताकतवर और अच्छी तरह से विकसित होने के लिए निरंतर वैज्ञानिक विकास करते रहे। ये विज्ञान और प्रौद्योगिकी ही है, जिन्होंने अन्य कमजोर देशों को भी विकसित और ताकतवर बनने में मदद की है।

मानवता के भले के लिए और जीवन के सुधार के लिए हमें हमेशा विज्ञान और प्रौद्योगिकी की मदद लेनी होगी। यदि हम तकनीकों की मदद नहीं लेते; जैसे- कम्प्यूटर, इंटरनेट, बिजली, आदि तो हम भविष्य में कभी भी आर्थिक रुप से मजबूत नहीं होंगे और हमेशा पिछड़े हुए ही रहेंगे यहाँ तक कि इसके बिना हम आज के इस प्रतियोगी और तकनीकी संसार में जीवित भी नहीं रह सकते हैं।

प्रौद्योगिकियों के उदाहरण

चिकित्सा, शिक्षा, अर्थव्यवस्था, खेल, नौकरियाँ, पर्यटन आदि विज्ञान और प्रौद्योगिकियों के उदाहरण है। ये सभी प्रकार की उन्नति हमें दिखाती हैं कि, कैसे दोनों हमारे जीवन के लिए समान रुप से आवश्यक है। हम अपनी जीवन-शैली में प्राचीन समय के जीवन के तरीकों और आधुनिक समय के जीवन के तरीकों की तुलना करके स्पष्ट रुप में अन्तर देख सकते हैं।

चिकित्सा के क्षेत्र में उच्च स्तर की वैज्ञानिक और तकनीकी उन्नति ने बहुत सी खतरनाक बीमारियों के इलाज को सरल बना दिया है जो पहले संभव नहीं था। तकनीकी ने बीमारीयों का इलाज दवाइयों और आपरेशन के माध्यम से करने में चिकित्सकों की प्रभावी ढंग से मदद करने के साथ ही भंयकर बीमारियों, जैसे- कैंसर, एड्स, मधुमेह (डायबीटिज़), एलज़ाइमर, लकवा आदि के टीकों के शोध में भी काफी मदद की है।

भारत अब विज्ञान और उन्नत तकनीकी के क्षेत्र में अपने नए आविष्कारों के माध्यम से तेजी से विकास करने वाला देश बन गया है। विज्ञान और तकनीकी आधुनिक लोगों की आवश्यकता और जरूरतों को पूरा करने के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

आजादी के बाद, देश के राष्ट्रीय विकास के लिए हमारे देश ने विज्ञान के प्रसार और विस्तार को बढ़ावा देना शुरु किया है। सरकार द्वारा बनाई गई विभिन्न नीतियों ने पूरे देश में आत्मनिर्भरता और टिकाऊ विकास और वृद्धि पर जोर दिया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी दोनों ने ही देश में असाधारण ढंग से आर्थिक विकास और सामाजिक विकास को उन्नत करने का कार्य किया है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निबंध – Science aur Technology par nibandh – 3 (500 शब्द)

विज्ञान और तकनीकी लोगों के जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है, यह सिंधु घाटी सभ्यता से ही हमारे जीवन का एक महत्वरपूर्ण हिस्सा रहा है। ऐसा पाया गया है कि, आग और पहिये की खोज करने के लिए लगभग पाँच आविष्कार किए गए थे। दोनों ही आविष्कारों को वर्तमान समय के सभी तकनीकी आविष्कारों का जनक कहा जाता है। आग के आविष्कार के माध्यम से लोगों ने ऊर्जा की शक्ति के बारे में पहली बार जाना था। तभी से, लोगों में रुचि बढ़ी और उन्होंने जीवन-शैली को सरल और आसान बनाने के लिए बहुत से साधनों पर शोध के और अधिक कठिन प्रयास करने शुरु कर दिए।

भारत प्राचीन समय से ही पूरे संसार में सबसे अधिक प्रसिद्ध देश है हालांकि, इसकी गुलामी के बाद, इसने अपनी पहचान और ताकत को खो दिया था। 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद, इसने भीड़ में अपनी खोई हुई ताकत और पहचान को दुबारा से प्राप्त करना शुरु कर दिया है। वो विज्ञान और प्रौद्योगिकी ही थे, जिन्होंने पूरे विश्व में भारत को अपनी वास्तविक पहचान को प्रदान किया है। भारत अब विज्ञान और उन्नत तकनीकी के क्षेत्र में अपने नए आविष्कारों के माध्यम से तेजी से विकास करने वाला देश बन गया है। विज्ञान और तकनीकी आधुनिक लोगों की आवश्यकता और जरूरतों को पूरा करने के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

प्रसिद्ध वैज्ञानिक

तकनीकी में उन्नति के कुछ उदाहरण, रेलवे प्रणाली की स्थापना, मैट्रो की स्थापना, रेलवे आरक्षण प्रणाली, इंटरनेट, सुपर कम्प्यूटर, मोबाइल, स्मार्ट फोन, लगभग सभी क्षेत्रों में लोगों की ऑनलाइन पहुँच, आदि है। भारत की सरकार बेहतर तकनीकी विकास के साथ ही देश में विकास के लिए अंतरिक्ष संगठन, और कई शैक्षणिक संस्थाओं (विज्ञान में उन्नति के लिए भारतीय संगठन) में अधिक अवसरों का निर्माण कर रही है। भारत के कुछ प्रसिद्ध वैज्ञानिक जिन्होंने भारत में (विभिन्न क्षेत्रों में अपने उल्लेखनीय वैज्ञानिक शोध के माध्यम से) तकनीकी उन्नति को संभव बना दिया, उनमें से कुछ सर जे.सी. बोस, एस.एन. बोस, सी.वी. रमन, डॉ. होमी जे. भाभा, श्रीनिवास रामानुजन, परमाणु ऊर्जा के जनक डॉ. हर गोबिंद सिंह खुराना, विक्रम साराभाई आदि है।

आधुनिक तकनीकी का महत्व

विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में विकास किसी भी देश के लोगों के लिए दूसरे देश के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए बहुत अधिक आवश्यक है। विज्ञान और तकनीकी का विकास तथ्यों के विश्लेषण और उचित समझ पर निर्भर करता है। प्रौद्योगिकी का विकास सही दिशा में विभिन्न वैज्ञानिक ज्ञान के आवेदन के तरीकों पर निर्भर करता है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निबंध – Vigyaan aur Praudyogikee par Nibandh – 4 (600 शब्द)

विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधुनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसने मानव सभ्यता को गहराई में जाकर प्रभावित किया है। आधुनिक जीवन में तकनीकी उन्नति ने पूरे संसार में हमें बहुत अधिक उल्लेखनीय अंतर्दृष्टि दी है। वैज्ञानिक क्रान्तियों ने 20वीं शताब्दी में अपनी पूरी गति पकड़ी और 21वीं सदी में और भी अधिक उन्नत हो गई। हमने नए तरीके और लोगों के भले के लिए सभी व्यवस्थाओं के साथ नई सदी में प्रवेश किया है। आधुनिक संस्कृति और सभ्यता विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर निर्भर हो गई है क्योंकि वे लोगों की जरूरत और आवश्यकता के अनुसार जीवन का अभिन्न अंग बन गए हैं।

भारतीय आर्थिक स्थिति में सुधार

भारत रचनात्मक और मूलभूत वैज्ञानिक विकास और सभी दृष्टिकोण में दुनिया भर में का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन गया है। सभी महान वैज्ञानिक खोजो और तकनीकी उपलब्धियों ने हमारे देश में भारतीय आर्थिक स्थिति को सुधारा है और तकनीकी रूप से उन्नत वातावरण को विकसित करने के लिए नई पीढ़ी के लिए कई नए तरीकों का निर्माण किया है। गणित, आर्किटेक्चर, रसायन विज्ञान, खगोल विज्ञान, चिकित्सा, धातु कर्म, प्राकृतिक दर्शन, भौतिक विज्ञान, कृषि, स्वास्थ्य देखभाल, फार्मास्यूटिकल्स, खगोल भौतिकी, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, आवेदन, रक्षा आदि के क्षेत्र में कई नए वैज्ञानिक शोध और विकास संभव हो गए हैं।

सकारात्मक परिवर्तन

शिक्षा के क्षेत्र में वैज्ञानिक शोध, विचारों और तकनीकों का परिचय नई पीढ़ी में बड़े स्तर पर सकारात्मक परिवर्तन लाया है और उन्हें अपने स्वयं के हित में काम करने के लिए नए अवसरों की विविधता प्रदान की है। भारत में आधुनिक विज्ञान को वैज्ञानिकों ने अपने निरंतर और कठिन प्रयासों के द्वारा पुनः जीवंत बना दिया है। वास्तव में वह भारत के महान वैज्ञानिक ही है, जिन्होंने हमारे देश के तेजी से तरक्की को संभव किया है।

आजादी के बाद, देश के राष्ट्रीय विकास के लिए हमारे देश ने विज्ञान के प्रसार और विस्तार को बढ़ावा देना शुरु किया है। सरकार द्वारा बनाई गई विभिन्न नीतियों ने पूरे देश में आत्मनिर्भरता और टिकाऊ विकास और वृद्धि पर जोर दिया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी दोनों ने ही देश में असाधारण ढंग से आर्थिक विकास और सामाजिक विकास पर असर डाला है।

देश के विकास में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का योगदान

हमारे देश को स्वतंत्र हुए 70 साल हो गए है। इतने वर्षों में देश के विकास में विविध क्षेत्रों का योगदान रहा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी भी एक ऐसा क्षेत्र है जिसने देश को विकास की राह पर आगे बढ़ाने में अपना सबसे अधिक योगदान दिया है। असल में हमारे जीवन का कोई क्षेत्र ऐसा नहीं जिसमें विज्ञान का दखल न हो। भारत के कुछ प्रसिद्ध वैज्ञानिक जिन्होंने भारत को तकनीकी उन्नति प्रदान की है , उनमें से कुछ सर जे.सी. बोस, एस.एन. बोस, सी.वी. रमन, डॉ. होमी जे. भाभा, श्रीनिवास रामानुजन, परमाणु ऊर्जा के जनक डॉ. हर गोबिंद सिंह खुराना, विक्रम साराभाई आदि का नाम प्रमुख है।

किसी भी क्षेत्र में तकनीकी विकास उस देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने का कार्य करता है। भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की शक्ति में सुधार के लिए भारत सरकार ने वर्ष 1942 में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद और 1940 में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान के बोर्ड का निर्माण किया। देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास पर जोर देने के लिए भारत सरकार ने राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं और विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान संस्थानों की एक श्रृंखला स्थापित की है, जोकि हमारे देश के वैज्ञानिक प्रगति में अपना अहम योगदान दे रही है।

Essay on Science Technology in Hindi

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Janmashtami Essay in Hindi: कक्षा 1 से 3 के बच्चे 100, 150 और 200 शब्दों में जन्माष्टमी पर निबंध कैसे लिखें

Krishna Janmashtami Essay in Hindi: त्योहारों का सीजन शुरू हो चुका है। इस त्योहारी सीजन में बच्चों का उत्साह अलग ही होता है। इस दौरान स्कूलों में तरह तरह की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, जिसमें हर कक्षा के छात्र-छात्राएं बड़े ही उत्साह के साथ भाग लेते हैं। इन त्योहारों में जन्माष्टमी बच्चों के लिए एक विशेष त्योहार है।

कक्षा 1 से 3 के बच्चे 100, 150 और 200 शब्दों में जन्माष्टमी पर निबंध कैसे लिखें

स्कूलों में जन्माष्टमी के अवसर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के जीवन की शिक्षाओं से बच्चों को अवगत कराया जाता है। इतना ही नहीं बल्कि बच्चों को उनकी लीलाओं और माखन चोरी जैसी कहानियों के माध्यम से आनंद भी मिलता है। इस वर्ष भी जन्माष्टमी के अवसर पर विद्यालयों में निबंध, भाषण, क्विज, ड्राइंग, संगीत एवं नृत्य समेत अन्य कई गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।

जन्माष्टमी भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। इस वर्ष जन्माष्टमी का त्योहार 26 अगस्त को मनाया जायेगा। यह हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। बच्चों के लिए जन्माष्टमी का महत्व बहुत अधिक होता है, क्योंकि श्रीकृष्ण के जीवन से उन्हें सच्चाई, निष्ठा और प्रेम की सीख मिलती है। यहां पर कक्षा 1 से 3 तक के बच्चों के लिए जन्माष्टमी पर 100, 150 और 200 शब्दों निबंध के प्रारूप प्रस्तुत किये जा रहे हैं। यहां 5 ऐसे सरल और संक्षिप्त जन्माष्टमी पर निबंध के प्रारूप दिए जा रहे हैं जो आपको बच्चे को जन्माष्टमी के महत्व को समझने और इसे मनाने के तरीके के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।

जन्माष्टमी पर 100, 150 और 200 शब्दों निबंध कैसे लिखें

निबंध 1: जन्माष्टमी का महत्व.

जन्माष्टमी हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है। यह भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार माने जाते हैं। इस दिन लोग उपवास रखते हैं और रात को 12 बजे मंदिरों में जाकर भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाते हैं। यह त्योहार बच्चों के लिए विशेष होता है क्योंकि वे मटकी फोड़ प्रतियोगिता में भाग लेते हैं और भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा करते हैं।

निबंध 2: श्रीकृष्ण की बाल लीलाएं

श्रीकृष्ण की बाल लीलाएं भारतीय धार्मिक कथाओं में प्रिय और महत्वपूर्ण हैं। श्रीकृष्ण की बाल लीलाएं उनके बचपन की अद्भुत कहानियां ही हैं। ये कहानियां उनकी लीलाओं पर जन के प्रति प्रेम को दर्शाती हैं। श्रीकृष्ण का बचपन बहुत ही अद्भुत और लीलाओं से भरा हुआ था। वे बचपन में माखन चुराते थे और ग्वालों के साथ खेलते थे। उनकी माखन चोरी की कहानियां बहुत मशहूर हैं। जन्माष्टमी के अवसर पर कृष्ण की इन लीलाओं पर कई नाटक, संगीत और अन्य प्रतियोगताएं आयोजित की जाती है। इस दिन को बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाते हैं।

निबंध 3: जन्माष्टमी की तैयारियां

जन्माष्टमी का त्योहार बहुत विशेष त्योहार होता है। यह त्योहार अक्सर अंग्रेजी कैलेंडर के अगस्त महीने में पड़ता है। जन्माष्टमी के त्योहार की तैयारियां कई दिनों पहले से शुरू हो जाती हैं। घरों और मंदिरों को फूलों से सजाया जाता है। बच्चे भगवान कृष्ण के रूप में सजते हैं और मटकी फोड़ प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। लोग इस दिन उपवास रखते हैं और रात को भजन-कीर्तन करते हैं। यह दिन भक्तिभाव से भरा होता है और हर कोई इसे बड़े उत्साह से मनाता है।

निबंध 4: माखन चोर श्रीकृष्ण

जन्माष्टमी का त्योहार खुशियों का त्योहार है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण को माखन चोर के रूप में भी जाना जाता है। उनका बचपन माखन चोरी की घटनाओं से भरा हुआ था। वे अपने मित्रों के साथ माखन चुराते और इसे बड़े आनंद से खाते थे। बच्चों के लिए यह कहानी बहुत प्रेरणादायक होती है और वे श्रीकृष्ण के इस रूप को बहुत पसंद करते हैं। जन्माष्टमी पर बच्चे कृष्ण की तरह सजते हैं और माखन चोरी की लीलाओं का आनंद लेते हैं।

निबंध 5: जन्माष्टमी का उत्सव

जन्माष्टमी का त्योहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष जन्माष्टमी का त्योहार 26 अगस्त को पूरे देश में मनाया जायेगा। इस दिन मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना होती है और श्रीकृष्ण के जीवन की लीलाओं का मंचन किया जाता है। बच्चे इस दिन कृष्ण लीला का आनंद लेते हैं और मटकी फोड़ प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। इस दिन का मुख्य उद्देश्य श्रीकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेना और उनके द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलना होता है।

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